positive thinking kaise laaye | sakartmak soch laaye | सकारात्मक सोच का महत्त्व | सकारात्मक सोच अर्थ | positive thinking in hindi
positive thinking
प्रत्येक व्यक्ति का व्यक्तित्व सकारात्मक (POSITIVE THINKING) और नकारात्मक विचारों के मिलन से बना होता हैं। किसी भी व्यक्तित्व को सकारात्मक या नकारात्मक कहना सही नही होगा क्योंकि सभी व्यक्तित्व सकारात्मक (POSITIVE THINKING) और नकारात्मक सोच या विचारो को अलग अलग अनुपात में लिए रहते हैं। ये आवश्यक होता हैं कि नकारात्मक विचारों को ज़्यादा हावी न होने दिया जाए और किसी भी स्थिति में सकारात्मकता को बनाएं रखा जाए। इस लेख में हम यही पढ़ेंगे की सकारत्मक सोच कैसे बनाये ? सकारत्मक सोच की विशेषताएं क्या होती हैं ? जीवन में सकरात्मक सोच के फायदे आदि।
सकारात्मक सोच (POSITIVE THINKING) की विशेषताएं-
Importance of positive thinking /attitude in Hindi
- सकारात्मक सोच वाले व्यक्ति की जो सबसे अच्छी विशेषता होती है वो ये होती है कि उसे मालूम होता है कि, उसे अपनी ज़िंदगी मे क्या करना है ?? उसे अपना लक्ष्य स्पष्ट होता हैं।
- सकारात्मक सोच के इंसान हमेशा अन्य व्यक्तियों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं । अन्य व्यक्तियों को सकारात्मक व्यक्तित्व के इंसान में भविष्य की अपार संभावनाएं नज़र आती हैं।
- सकारात्मक सोच वाले व्यक्ति हमेशा भविष्य की संभावनाओं पर विचार करता है । भूतकाल की गलतियों से सीख लेकर भविष्य और वर्तमान में अपना सत प्रतिशत देने पर विश्वास करता हैं।
- सकारात्मक सोच (POSITIVE THINKING) के व्यक्ति की जो सबसे बड़ी विशेषता होती हैं कि वो हमेशा नकारात्मक स्तिथि में भी कुछ सकारात्मक ढूंढने के प्रयास करता हैं ।
- विपरीत से विपरीत परिस्तिथि में भी खुद तो हौसला बनाएं रखता ही हैं साथ ही दूसरों को भी हौसला देने का कार्य करता हैं।
- अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते हुए कितनी भी समस्याएं क्यो न आएं एक दृढ़ व्यक्तित्व के साथ उनका सामना करता हैं।
- सकारात्मक सोच (POSITIVE THINKING) का व्यक्ति अपने चारों ओर सकारात्मक वातावरण का निर्माण करने में सहायक होता हैं।
जीवन मे कैसे सकारात्मकता या सकारात्मक सोच को बनाएं रखें –
How to develop positivity in Hindi
- आप जहाँ भी हैं और जिस भी स्तिथि में है हमेशा खुश रहने का प्रयास करें ।
- ज़िन्दगी में ये विचार करना अति आवश्यक है कि जो आपके पास है संसार में वो बहुत के पास नहीं हैं। जितने संसाधन आपके पास है उतने संसाधन पाने के लिए संसार में हज़ारों , लाखो व्यक्ति प्रतिदिन मेहनत करते हैं।
- धन्यवाद करना अत्यंत आवश्यक हैं । जो आपको मिला उसके लिए प्रकृति को , जीवन में मौजूद व्यक्तियों को धन्यवाद करना अत्यंत आवश्यक होता हैं।
- हमेशा अपनी संगति को चयन अत्यंत सोच विचार कर करना चाहिए । हमेशा सकारात्मक सोच वाले व्यक्ति की संगति करनी चाहिए। जीवन मे अनेक पहलू आपकी संगति से ही निर्देशित होते हैं। आपका जीवन प्रत्यक्ष तौर पर आपकी संगति से ही प्रभावित होता हैं।
- कितनी भी प्रतिकूल स्तिथि क्यों न हो उसमे कुछ सकारात्मक ढूंढने के प्रयास करें। जब भी समस्या आए अपने चित्त को शांत रखते हुए ही चिंतन करें।
- ध्यान क्रिया भी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से हमारे व्यक्तित्व में सकारात्मकता लाने में सहायक होती हैं। नियमित ध्यान क्रिया को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।
- प्रत्येक दिन अपनी गतिविधियों का निर्धारण करने का प्रयास करें । दिन के अंत मे अपने सम्पूर्ण दिन का विश्लेषण अवश्य करें।
- सकारात्मक व्यक्तित्व के विकास हेतु महापुरुषों की जीवनियों को पढ़े, ऐसा करने से जीवन में एक अलग ही तरह को ऊर्जा का अनुभव करोगें।
- पुस्तक पढ़ने की आदत अपने जीवन मे अवश्य शामिल करें। अपनी इच्छा अनुसार कुछ लिखने की आदत भी अवश्य ही डालनी चाहिए।
सकारात्मकता बनाएं ( Positive Attitude / Positive Thinking ) रखने के लिए अन्य बाते –
भूतकाल ( Past) में जीने की बजाएं वर्तमान में रहे –
जीवन में लक्ष्य प्राप्त करने के लिए आवश्यक होता हैं कि सकारात्मकता ( positivity ) के साथ आगे बढ़ा जाएं। जीवन में अनेक व्यक्तियो के साथ सबसे बड़ी समस्या यहीं होती है कि वो में हुई घटनाओं को ही ध्यान में रखे रहते हैं।
अगर किसी व्यक्ति के साथ भूतकाल में कुछ सही न हुआ हो तो वो व्यक्ति जीवन में पिछली बातों को सोचकर नकारात्मकता ( negativity /negative mindset ) बनाएं रखता हैं। जिससे जीवन में सकारात्मक सोच बनाने में समस्या आती हैं।
जीवन में सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ते हुए लक्ष्य प्राप्ति के लिए जरूरी होता हैं कि वर्तमान में जीने का प्रयास किया जाएं।
हमें समझना चाहिए कि जो बीत गया वो अतीत था उसे सही नहीं किया जा सकता है। अगर कुछ हमारे हाथ में हैं तो वो है वर्तमान में प्रयास किया जाएं ।
जो हमारे पास हैं उसका धन्यवाद जरूर करें –
जीवन में ये बहुत जरूरी हैं कि हमारे पास जो है उसके लिए धन्यवाद किया जाए। हमें सोचना चाहिए कि जो हमारे पास हैं उसे पाने लिए अनेक लोग दिन रात मेहनत करते हैं। अतः हमारे पास जो हैं उसके लिए धन्यवाद अवश्य करें।
प्रतिदिन हमें धन्यवाद करना चाहिए । इससे सकारात्मकता ( Positive Attitude / Positive Thinking ) बनाएं रखने में भी सहायता मिलती हैं।
भविष्य की योजनाएं जरूरी, परंतु भविष्य के लिए आज को नष्ट मत करें –
जिस प्रकार भूतकाल में जीने से हमें हानि होती हैं। उसी प्रकार भविष्य के विषय में ज़्यादा सोचने से भी वर्तमान में कार्यविधि को हानि होती हैं। भविष्य की योजनाएं जरूरी होती है परंतु भविष्य के विषय मे ज़्यादा सोचने से अगर आज पर प्रभाव पड़ता हैं । तो ये भी हमारे लिए अच्छे संकेत नहीं हैं।
अतः ज्यादा भविष्य में जीने के बजाएं वर्तमान में रहकर अपनी योजनाओं को पूर्ण करने के लिए आज की योजना पर ध्यान देकर । आज का जो लक्ष्य हैं उसे पूरा करने के बारे में सोचा जाएं।
सकारात्मक सोच / व्यक्तित्व पर कविता ( POEM ON POSITIVE THINKING / ATTITUDE IN HINDI )
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