Online Education Initiative
ऑनलाइन शिक्षा स्कूल बच्चों के द्वार-एक पहल
Online Education Initiative वर्तमान समय में कोरोना महामारी से जो स्थितियां उत्पन्न हुई है, उससे हर क्षेत्र में प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। कोरोना महामारी की वजह से शिक्षा के क्षेत्र में अत्यंत प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। महामारी के प्रकोप के कारण सभी स्कूल एवं शिक्षण संस्थान पूरी तरह से बंद है। सभी स्कूलों एवं शिक्षण संस्थानों में ऑनलाइन शिक्षा के माध्यम से ही पढ़ाई हो रही है, जिससे ऑनलाइन शिक्षा को बहुत बढ़ावा मिला है और यह वर्तमान समय की जरुरत बन गयी है। ऑनलाइन शिक्षा (Online Education) शिक्षण का अच्छा माध्यम तो है परन्तु ऑनलाइन शिक्षा हर क्षेत्र में सफल नहीं है। भारत जैसे देश में ऑनलाइन शिक्षा एक चुनौती के रूप में उभरकर शिक्षको के समक्ष आयी है। परन्तु हमारे देश में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, आज इस लेख के माध्यम से हम एक ऐसी प्रतिभा एक ऐसे शिक्षक, गुरु के प्रयास के बारे में बात करेंगे जिन्होंने इस कठिन कोरोना के दौर में शिक्षा को बच्चो तक पहुंचाने का जिम्मा उठाया है। स्कूल बच्चों के द्वार – एक पहल से उनका ध्येय है इस कठिन दौर में हर छात्र तक शिक्षा पहुंचाना। Online Education
क्षमता संवर्धन कार्यक्रम Online Education
इस कठिन कार्य में श्री कल्याण मनकोटी जी और टीम द्वारा बच्चों को तकनीकी के माध्यम के साथ-साथ ऑफलाइन माध्यम में शिक्षा उपलब्ध कराइ जा रही है। इस कार्यक्रम को क्षमता संवर्धन ( Capacity Building ) नाम दिया गया है। श्री कल्याण मनकोटी जी द्वारा ये कार्यक्रम अपने विद्यालय क्षेत्र अल्मोड़ा ( उत्तराखंड ) जिले के चनोली नामक ग्राम में चलाया जा रहा है इसीलिए इसे क्षमता संवर्धन चनोली ( CBC ) नाम दिया गया है जिसका अर्थ है Capacity Building Chanoli.
CBC ( Capacity Building Chanoli ) का ध्येय वाक्य है
सीबीसी का यह विचार ! स्कूल चले बच्चों के द्वार !!
श्री कल्याण जी ने अपने कुछ पुराने विद्यार्थियों के साथ मिलकर इस Capacity Building कार्यक्रम की शुरुआत की जिसका एक छोटा सा केंद्र उन्होंने अपने घर में ही बनाया है जहा से वह और टीम आगे की रणनीति बनाकर कार्य करते है।
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क्षमता संवर्धन कार्यक्रम की रणनीति
इस प्रयास में उनके द्वारा सीबीसी चनोली में बच्चों के लिए ऑनलाइन शिक्षण के लिए वाईफाई और लैपटॉप की व्यवस्था भी की गई है। जिसमें बच्चे ऑनलाइन शिक्षण से जुड़ पा रहे हैं। और जिन बच्चों के पास ये सुविधा नहीं है उन सभी बच्चों के लिए अभ्यास कार्य की शीट (worksheet) गांव में जाकर ही उपलब्ध कराई जा रही है। गणित में जीवन और जीवन में विज्ञान इस प्रोत्साहन भरे वाक्य के साथ बच्चों को गणित एवं विज्ञान की बारीकियों से अवगत कराया जा रहा है। इस कार्यक्रम में बच्चों को नवाचारी प्रयोगों के द्वारा जीवन में गणित, विज्ञान, सामाजिक विषय के विभिन्न नवाचारी प्रयोगों को करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
हमने श्री कल्याण जी से बात की तो उन्होंने बताया कि बच्चे बहुत ही उत्सुकता से चीजों को सिखने हेतु प्रयासरत है। विद्यार्थी अपने घर का बजट बना रहे हैं। बजट बनाने की प्रक्रिया में बच्चे दर निकालना, गुणा, जोड़, घटाना भाग आदि सीख रहे हैं। बच्चों को विभिन्न आकृतियों की माप करना उसे समझने के लिए इंचटेप आदि उपलब्ध करा दिए गए हैं। अब बच्चे अपने घर के विभिन्न आकृतियों के वस्तुओं की माप कर उनका परिमाप, क्षेत्रफल आदि निकालना सीख रहे हैं। इस तरह बच्चे जीवन में विभिन्न विषयों को व्यवहारिक जीवन के साथ जोड़ कर समझ के साथ सीखने का प्रयास कर रहे हैं। इसी तरह बच्चों को प्रत्येक विषय का अभ्यास कार्य उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होनें बताया कि पूरे कार्यक्रम को तैयार करने में गणित विशेषज्ञ मोना का विशेष सहयोग रहा है। मोना इस कार्यक्रम की संयोजक की भूमिका का निर्वहन कर रहीं हैं। बच्चों के लिए अमर चित्र कथा की सीरीज की भी व्यवस्था कर दी गई है बच्चे इन कहानियों को बड़े उत्सुकता और मन लगाकर पढ़ रहे हैं और कहानी की इन पुस्तकों का आदान प्रदान स्वयं कर रहे हैं। इस पूरी प्रक्रिया में कोविड-19 व्यवहार के तहत दो गज दूरी व दोहरा मास्क व सैनिटाइज कर बच्चों तक ये अभ्यास कार्य पहुंचाए जा रहे हैं। इस कार्य में श्री कल्याण जी के साथ मोना जी, ओजस्वी मनकोटी जी, सुमैया जी एवं अनुराग मनकोटी जी कार्य कर रहे है।
क्षमता संवर्धन चनोली में योगदान देने वाले या कार्यक्रम को शुरू करने वाले शिक्षकों का परिचय भी अत्यंत आवश्यक हैं –
परिचय
श्री कल्याण मनकोटी जोकि पेशे से एक सरकारी अध्यापक है जिनका ध्येय है की इस महामारी के दौर में जहाँ सभी शिक्षण संस्थान बंद है और जहां ऑनलाइन क्लासेस से बच्चे वंचित है, अपने विद्यालय क्षेत्र के अंतर्गंत आने वाले गांव में शिक्षा को बच्चों तक पहुंचाने। उन्होंने “स्कूल चले बच्चो के द्वार” मुहीम से बच्चों को इस कठिन समय में शिक्षा जो आज वर्तमान एवं भविष्य की नींव है उससे जोड़े रखने का सराहनीय प्रयास किया है। समाजिक सरोकारों को समर्पित शिक्षक कल्याण मनकोटी जी शिक्षा के क्षेत्र में राष्ट्रपति पुरुस्कार से नवाजे जा चुके है।
कोरोना महामारी की वजह से हम सभी के समक्ष जिस प्रकार की अकल्पनीय परिस्थितियों ने पैर पसार दिए है उसमें हमें धैर्य, साहस, बुद्धिमता, कौशल एवं विवेक से आगे बढ़कर अपने कर्तव्य को भी निभाना होगा इसी परिकल्पना को श्री कल्याण मनकोटी जी और उनकी टीम अपनी पूरी लगन एवं मेहनत से साकार कर रही है।
वर्तमान परिस्थितियों में जहा विद्यालय बंद है और जिन गांवों में ऑनलाइन क्लासेस एक सपना मात्रा ही है, वहाँ पर शिक्षको का ऐसा प्रयास की शिक्षा को बच्चों तक पहुंचना या कहे विद्यालय बच्चों के आँगन, एक प्रकार से किसी साहसिक कार्य से कम नहीं है।
HKTBharat टीम श्री कल्याण मनकोटी जी के प्रयासो की सराहना करती है और ऐसे शिक्षको से सीख लेते हुए इस कठिन दौर में भी श्री कल्याण मनकोटी जी एवं टीम की सराहना करती है जो सभी इस पुनीत कार्य में अपना योगदान दे रहे है। हम सभी और शिक्षकों से भी ऐसे ही कार्यक्रम स्थापित कर बच्चो तक पहुंचने का आह्वान करते है और देश के भविष्य को इस कठिन दौर में भी सजग बनाने के लिए सभी शिक्षको का धन्यवाद देते है।
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