स्वतंत्रता सेनानी ठाकुर अर्जुन सिंह :- नमक कानून तोड़ने पर सहारनपुर से पहली गिरफ़्तारी ,फिर आजाद भारत में सहारनपुर के पहले चेयरमैन भी बने । Freedom Fighter Thakur Arjun Singh
Freedom Fighter Thakur Arjun Singh
स्वतंत्रता आंदोलन में स्वतंत्रता सेनानी ठाकुर अर्जुन सिंह (Freedom Fighter Thakur Arjun Singh) का योगदान
एक प्रचारक के रूप में स्वतंत्रता सेनानी ठाकुर अर्जुन सिंह (Freedom Fighter Thakur Arjun Singh) का योगदान
पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गाँधी द्वारा ताम्रपत्र देकर किये गए थे सम्मानित
स्वतंत्रता सेनानी ठाकुर अर्जुन सिंह (Freedom Fighter Thakur Arjun Singh) सहारनपुर के पहले चेयरमैन भी रहे ( First Chairman Of Saharanpur District Board)
ये ठाकुर अर्जुन सिंह के व्यक्तित्व विशेषताओं का ही परिणाम था कि जिस जिले में अंग्रेज हुकूमत ने उन्हें गिरफ्तार किया था। आजाद भारत में उसी जिले में वो जिला पंचायत बोर्ड के डिस्ट्रिक्ट चेयरमैन भी बने। 10 साल तक ठाकुर अर्जुन सिंह ने इस पद को सुशोभित किया। उनके चेयरमैन बनने का किस्सा भी बड़ा ही दिलचस्प है। जिसके बारे में उस समय के लेखक कन्हैया मिश्र प्रभाकर ने अपनी पत्रिका में वर्णित किया था। जो इस प्रकार है:-
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अपने लिए किसी से कुछ कहना उनके स्वभाव के विरुद्ध है, फिर जोड़तोड़ के इस युग में वे डिस्ट्रिक्ट-बोर्ड के चेयरमैन कैसे चुने गए ? उनके जीवन विकास का यह एक अहम सवाल है और मैं कहना चाहता हूं कि हंसी-हंसी में यह हो गया ।
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गांव के कुछ लोगों ने उनसे पिछले चुनाव में डिस्ट्रिक्ट बोर्ड की मेम्बरी के लिए खड़े होने को कहा ; कहा क्या, वे पीछे पड़ गए, पर कहाँ वे, कहा मेम्बरी-सेम्बरी ? वे बहुत बचे, बहुत कतराएं, कनियाँ काटी और झांसे दिए, पर कहने वालों ने एक न सुनी, तो उन्होंने एक टालू मिक्सचर उन्हें दिया – ” मेम्बरी क्या, लड़ेंगे, तो चेयरमैनी के लिए लड़ेंगे ?” लोग मान गए ।
एक व्यक्तित्व में अनेक विशेषताओं को समाहित किये – स्वतंत्रता सेनानी ठाकुर अर्जुन सिंह (Freedom Fighter Thakur Arjun Singh )
ठाकुर अर्जुन सिंह बहुँमुखी व्यक्तित्व के धनी थे। ठाकुर साहब अपने व्यक्तित्व में अनेक विशेषताओं को समाहित किये हुए थे। उनके व्यक्तित्व की प्रभावशीलता का अनुमान आप यही से लगा सकते है कि मात्र 24 साल की उम्र में वो सहारनपुर क्षेत्र के बिरालसी स्तिथ गुरुकुल के अधिष्ठाता बन गए थे। वो एक स्वतंत्रता सेनानी, एक लेखक, एक प्रचारक, सहारनपुर जिले के प्रथम चेयरमैन, अनेक भाषाओ के जानकार थे।
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उनके व्यक्तित्व का वर्णन लेखक कन्हैया मिश्र प्रभाकर ने बहुत अच्छे से किया है। जिसको हम पूर्ण रूप से यहाँ उपलब्ध करा रहे है। आभार सहित श्री कन्हैया लाल प्रभाकर द्वारा ठाकुर अर्जुन सिंह के विषय मे लिखित एक लेख का विवरण यहाँ प्रस्तुत कर रहे हैं। जिससे आप ठाकुर अर्जुन सिंह के विशाल व्यक्तित्व, उनका मातृ भूमि से प्रे , उनके व्यवहार कुशल व्यक्तित्व के बारे में आप देख पाएंगे ।
ठाकुर अर्जुन सिंह : हमारे चेयरमैन ———— श्री कन्हैयालाल मिश्र प्रभाकर
“आपके कपड़ों में भी चमक हैं और मेरे कपड़ों में भी, पर आप की चमक आपके धोबी की है और मेरी चमक, मेरे हाथों के परिश्रम की; बस इतना ही फर्क है । “
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.स्वतंत्रता सेनानी ठाकुर अर्जुन सिंह (Freedom Fighter Thakur Arjun Singh) ( First Chairman Of Saharanpur District Board)
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