कविता :- पिताजी तुम तो ईश्वर का उपहार | Poem On Father in Hindi
मेरे जीवन पिता मेरा संबल
पिता मेरा अभिमान है।
में हरियाली बहार,
फूलों जैसी खुशियों की बौछार,
सर पर विश्वास का साया हो,
पिताजी आप तो वृक्ष छायादार।
दायित्वों के प्रति तुम हो वफादार,
परिवार पर करते ढेर सारा प्यार,
सारे कष्टों को तुम पल में हर लेते,
पिताजी आप तो रघु का अवतार।
दया करुणा का असीम संचार,
तुमसे ही चलता पूरा परिवार,
संघर्ष ही तुम्हारी परिभाषा है,
पिताजी तुम ही मेरा पूरा संसार ।
मेरी सारी गलतियां माफ कर देते,
मेरी सारी बुराई तुम साफ कर देते,
क्रोध भी तुम्हारा प्रेम जैसा लगता,
रूठे कोई तो झठ मिलाप कर देते।
प्रेम रखते हो तुम दिल में बेशुमार,
तुमसे ही तो होता घर का उद्धार,
किस्मत से ही तुमको पाया है मैंने,
पिताजी तुम तो ईश्वर का उपहार।
Read Also -:
कविता : अगर ना होते। POEM : AGAR NA HOTE
जलते जंगल | Burning Forest in Uttarakhand | Poem on Forest Fire in Uttarakhand
Motivational Poem in Hindi | मोटिवेशनल कविता हिन्दी में
माँ पर कविता / Poem on Mother in hindi
पिता पर कविता | POEM ON FATHER IN HINDI