UPSC IAS (Mains) 2021 Hindi Literature (Paper -2) Exam Question Paper in Hindi | यूपीएससी आईएएस 2021 (मुख्य परीक्षा) हिंदी साहित्य पेपर -2 | Hindi Literature Previous Year Question Paper 2021
UPSC IAS (Mains) 2021 Hindi Literature (Paper – 2 ) Exam Question Paper
Hindi Literature Previous Year Question Paper 2021
2021
- निम्नलिखित की सप्रसंग व्याख्या लगभग 150 शब्दों में कीजिए :
(a) काहे को रोकत मारग सूधो ? सुनहु मधुप! निर्गुन-कंटक तें राजपंथ क्यों रुंधो ? कै तुम सिखै पठाए कुब्जा, कै कही स्यामघन जू धौं ? बेद पुरान सुमृति सब ढूँढ़ो जुवतिन जोग कहूँ धौ? ताको कहा परेखी कीजै जानत छाछ न दूधी। सूर मूर अक्रूर गए लै ब्याज निबेरत ऊधौ ॥
(b) धूत कहौ, अवधूत कहौ, रजपूत कहौ, जोलहा कहौ कोऊ । काहू की बेटी सों, बेटा न ब्याहब, काहू की जाति बिगार न सोऊ । तुलसी सरनाम गुलाम है राम को, जाको, रुचै सो कहै कछु ओऊ। माँगि के खैबो मसीत को सोईबो, लैबों को, एकु न दैबे को दोऊ ॥
(c) दुःख की पिछली रजनी बीच, विकसत्ता सुख का नवल प्रभात। एक परदा यह झीना नील, छिपाये है जिसमें सुख गात। जिसे तुम समझे हो अभिशाप, जगत की ज्वालाओं का मूल ईश का यह रहस्य वरदान, कभी मत इसको जाओ भूल ॥
(d) काँपते हुए किसलय, झाते पराग समुदय, गाते खग नव-जीवन-परिचय, तरु मलय-वलय, ज्योतिः प्रागत स्वर्गीय, ज्ञात छवि प्रथम स्वीय जानकी उन कमनीय प्रथम कम्पन तुरीय
(e) दाने आए घर के अंदर कई दिनों के बाद धुआँ उठा आँगन से ऊपर कई दिनों के बाद चमक उठी घर भर की आँखें कई दिनों के बाद कौए ने खुजलाई पाँखें कई दिनों के बाद।
- निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
(a) “कबीर वाणी के डिक्टेटर है।” इस कथन के आलोक में कबीर की अभिव्यंजना शैली पर विचार कीजिए।
((b) “जायसी ने इतिहास और कल्पना के सुंदर समन्वय से यह अत्यंत उत्कर्ष का महाकाव्य दिया है।” इस कथन के आधार पर ‘पद्यावत’ की समीक्षा कीजिए।
(c) “बिहारी ने अन्योक्तियों व सूक्तियों के माध्यम से जीवन के सत्य का सजीव वर्णन किया है।” इस कथन की। ‘विवेचना कीजिए।
- निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
(A)अज्ञेय द्वारा रचित कविता ‘असाध्य वीणा’ की मूल संवेदना स्पष्ट कीजिए।
(b) “गुप्त जी ने ‘भारत-भारती’ के माध्यम से न सिर्फ अतीत के गौरव का गान किया है, बल्कि वर्तमान को भी झकझोरा है।” इस कथन की विवेचना कीजिए।॥
(c)”दिनकर युगचेता कवि है।” कुरुक्षेत्र से उदाहरण देते हुए इस कथन की सत्यता प्रमाणित कीजिए।
- निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
(a) कामायनी’ का गौरव उसके युगबोध, परिपुष्ट चिंतन, महत् उद्देश्य और प्रौढ़ शिल्प में निहित है।” इस कथन की विवेचना कीजिए।
(b) मुक्तिबोध की कविता ‘ब्रह्मराक्षस’ में अंतःस्यूत फैंटेसी को व्याख्यायित कीजिए।
(c) ‘हरिजन गाथा’ कविता की मूल संवेदना पर प्रकाश डालिए।
खण्ड – B / SECTION-B
- निम्नलिखित अवतरणों की सप्रसंग व्याख्या लगभग 150 शब्दों में कीजिए,
(a) अंधकार का आलोक से, असत् का सत् से, जड़ का चेतन से और बाह्य जगत् का अंतर्जगतसे सबंध कौन कराती है? [कविता] ही न।
(b) प्रेम में कुछ मान भी होता है, कुछ महत्त्व भी बद्धा तो अपने को मिटा डालती है और अपने मिट जाने को ही अपना इष्ट बना लेती है। प्रेम अधिकार करना चाहता है, जो कुछ देता है, उसके बदले में कुछ चाहता भी है।
(c) विधाता की सृष्टि में मानव ही सबसे बड़ा शक्तिशाली है। उसको पराजित करना असंभव है, प्रचण्ड शक्तिशाली बमो से भी नहीं। पागलों! आदमी-अदमी है, गिनीपिग नहीं। सबारि ऊपर मानुस सत्या!
(d) साहित्यकार का लक्ष्य केवल महफिल सजाना और मनोरंजन का सामान जुटाना नहीं है-उसका दरजा इतना न गिराइए। वह देश-भक्ति और राजनीति के पीछे चलने वाली सचाई भी नहीं, बल्कि उनके आगे मशाल दिखाती हुई चलने वाली सचाई है।
(e) जिसे तुम नाश कहती हो, वह केवल परिवर्तन है। अमरता का अर्थ है अपरिवर्तन। कल्पना करो, संसार में कोई भी परिवर्तन न हो? उस संसार में क्या सुख और आकर्षण होगा?
- निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
(a) “”गोदान’ के पात्र व्यष्टिपरक न होकर वर्ग के प्रतिनिधि के रूप में आते हैं।” सिद्ध कीजिए।
(b) “रामचंद्र शुक्ल के निबंधों में बुद्धितत्व और हृदय की अनुभूति का सुंदर समन्वय हुआ है।” इस कथन की ना कीजिए।
(c) ‘महाभोज’ उपन्यास के नामकरण की सार्थकता पर विचार कीजिए।।
- निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
(A) “भारत-दुर्दशा” अतीत गौरव की चमकदार स्मृति है, आँसू भरा वर्तमान है और भविष्य निर्माण की भव्य प्रेरणा है।” इस कथन की विवेचना कीजिए।
(b) प्रसाद जी के नाटक न सुखान्त है न दुखांत, बल्कि वे प्रसादान्त हैं। इस कथन पर अपनी सहमति – असहमति व्यक्त कीजिए।
(C) गाँधीवादी विचारधारा के आलोक में बावनदास के चरित्र का विश्लेषण कीजिए।
- निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
(a) “मल्लिका की अनन्यता एवं सात्विक प्रेम ‘आषाढ़ का एक दिन’ की महती उपलब्धि है। उसके चरित्र में भारतीय आदर्श ललना साकार हो उठी है।” इस कथन की तर्कसंगत मीमांसा कीजिए।
(b) साहित्य जनसमूह के हृदय का विकास है। निबंध की तात्विक समीक्षा कीजिए।
(c) “चीफ की दावत’ मध्यवर्गीय अवसरवादिता और मानवीय मूल्यों के विघटन का जीवंत दस्तावेज़ है।” इस कथन की विवेचना कीजिए।
UPSC IAS (Mains) 2021 Hindi Literature (Paper -2) Exam Question Paper in Hindi
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