भारत के बाहर स्थित प्रसिद्ध हिन्दू मंदिर | Famous Hindu Temples Outside India in Hindi
Famous Hindu Temples Outside India in Hindi
प्राचीन और मध्यकालीन इतिहास में अनेक ऐसे हिन्दू साम्राज्य हुए है जिनका एक बड़े भू भाग पर शासन था। अनेक हिन्दू साम्राज्यों की समुंद्री गतिविधियों के कारण बह हिन्दू धर्म का प्रभाव अनेक देशों पर रहा है। वर्तमान में श्रीलंका , म्यांमार , कम्बोडिया जैसे देशो पर भारतीय हिन्दू शासकों का शासन रहा हैं। जिसके कारण अलग अलग हिस्सों पर विशाल और प्रसिद्ध हिन्दू मंदिरो की अवस्तिथि है।
1. अंगकोरवाट मंदिर, कम्बोडिया
- कम्बोडिया के जंगलों के आंतरिक भाग में स्थित विश्व का विशालतम हिंदू मंदिर अंगकोर वाट है।
- भारत के अनेक साम्राज्यों की समुंद्री गतिविधियों के कारण यहाँ पर हिन्दू धर्म आया था जैसे चोल साम्राज्य और कलिंग साम्राज्य आदि।
- वियतनाम में चम्पा सभ्यता, कम्बोडिया में खमेर साम्राज्य और जावा में मजापहित साम्राज्य जैसे हिन्दू साम्राज्यों का उदय हुआ।
- अंकोरवाट समूह के मंदिरो का निर्माण 800-1300 ईसवी के बीच खमेर शासको ने कराया था।
- वही कुछ तथ्यों के आधार पर सूर्यवर्मन द्वितीय को इन अधिकांश स्मारकों के निर्माण का श्रेय दिया जाता हैं।
2. प्रमवनन मंदिर, जावा- इंडोनेशिया
- इंडोनेशिया का विशालतम हिंदू मंदिर, यह मंदिर “त्रिमूर्ति” देव-समूह ब्रह्मा (निर्माता), विष्णु (सरंक्षक) और शिव (विनाशक) को समर्पित है।
- प्रमवनन मंदिर को यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल का दर्जा प्राप्त हैं।
- इसके परिसर में 240 छोटे मंदिर और मठ हैं।
- 9वीं शताब्दी ईसवी में शिव के उपासक मातरम या मेडांग साम्राज्य के संजय शासकों द्वारा इसका निर्माण कराया गया था।
3 . पशुपतिनाथ मंदिर, काठमांडू, नेपाल
- नेपाली पैगोडा शैली की वास्तुकला में निर्मित यह मंदिर, बागमती नदी के तट पर है।
- यह भगवान पशुपति नाथ या शिव को समर्पित है।
- यह दो मंजिला है और इसका आकार घनाकार है।
- आंतरिक और बाह्य इसके दो गर्भगृह हैं। आंतरिक गर्भगृह में चार मुखाकृति वाला शिव लिंग है।
4 . प्रेअह विहार मंदिर (Preah Vihar temple), कम्बोडिया
- पर्वतीय देवताओं शिखरेश्वर और भद्रेश्वर (भगवान शिव के अवतार) को समर्पित है।
- यह मंदिर ‘मेरू पर्वत’ का प्रतिनिधित्व करता है।
- इसका निर्माण 9वीं शताब्दी ईसवी में प्रारम्भ हुआ था। मुख्य रूप से इसे 11 वीं और 12वीं शताब्दी में खमेर शासक सूर्यवर्मन प्रथम और सूर्यवर्मन द्वितीय द्वारा बनाया गया था।
- प्रेअह विहार मंदिर यूनेस्को की विश्व विरासत धरोहरों में शामिल हैं ।
5. कटासराज मंदिर, पाकिस्तान
- यह प्राचीन मंदिर भगवान शिव को समर्पित है।
- एक मान्यता के अनुसार ऐसा माना जाता है कि अपने निर्वासन के दौरान पांडव यहां आये थे।
- इसका उल्लेख सातवीं शताब्दी के चांनी यात्री स्वेन-त्सांग ने अपने सफरनामे (यात्रा-विवरणों) में किया है।
- इस परिसर में ‘सतगृह’ (सात मंदिर), एक पवित्र झील और एक बौद्ध स्तूप के खंडहर है।
6 . मुल्तान का आवित्य सूर्य मंदिर, पाकिस्तान
- इसका उल्लेख पांचवी शताब्दी के इतिहासकार हेरोडोटस्, चीनी यात्री हवेन-त्सांग और दसवीं शताब्दी के फारसी भूगोलविद् अल-इस्तखरी ने किया था।
- यह मंदिर अपनी सम्पत्ति के कारण प्रसिद्ध था।
- महमूद गजनी द्वारा इसे कई बार लूटा गया था।
- इसमें स्वर्ण से निर्मित सूर्य भगवान की प्रतिमा थी, जिसकी आंखें सुंदर लाल मणिकों की थी।
7. मुनेश्वरम मंदिर, श्रीलंका
- यह मुख्य रूप से शिव को समर्पित मंदिर है, जिसमें गणेश, काली और अय्यनायके (सिंहली बौद्ध देवता) भी उपस्थित हैं।
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