1. उन्नीसवीं शताब्दी में खड़ी बोली को साहित्यिक भाषा के में प्रतिष्ठित एवं विकसित करने में जिन तत्त्वों ने योग दिया, उन पर विचार कीजिये। -1979
2. खड़ी बोली की भाषा संबंधी विशेषताएँ बताइए और आधुनिक काल में प्रमुख साहित्यिक भाषा के रूप में उसके विकास में योग देने वाली परिस्थितियों का विवरण दीजिये। -1980
3. उन्नीसवीं शताब्दी में खड़ी बोली हिन्दी साहित्य भाषा के रूप में किस प्रकार क्रमश: विकसित और समृद्ध हुई? लेखकों और रचनाओं का भी यथावश्यक उल्लेख कीजिये। -1982
4. उन्नीसवी सदी के साहित्यिक भाषा के रूप में खड़ी बोली का उदय आकस्मिक नहीं, सापेक्ष घटना है। बजी और अवधी क पक्ष को तोलते हुए युक्तियुक्त उत्तर दीजिये -1986
5. खड़ी बोली के उदय और विकास में कौन से तत्त्व सक्रिय रहे है? विवेचन कीजिये।
६. साहित्यिक खड़ी बोली हिन्दी के उद्भव और विकास की रूपरेखा स्पष्ट कीजिये। -1990
7. हिन्दी खड़ी बोली के विकास के प्रमुख सोपानों का उल्लेख कीजिये। -1991
8. उन्नीसवीं सदी के खड़ी बोली-आंदोलन का इतिहास संक्षेप में प्रस्तुत कीजिये। -1997
9. खड़ी बोली के विकासेतिहास में भारतीयता के आधुनिकीकरण की प्रवृत्तियों का समावेश है- विचार कीजिये। -1998
10. आधुनिक काल में खड़ी बोली के विकास की एक रूपरेखा प्रस्तुत कीजिए। -2000
11. उन्नीसवीं शताब्दी में खड़ी बोली का विकास (टिप्पणी) -2007
12. फोर्ट विलियम कॉलेज का हिन्दी उर्दू के विकास पर क्या प्रभाव पड़ा ? -2010
13. उन्नीसवीं शताब्दी में खड़ी बोली की स्थिति (टिप्पणी) -2017
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