What is Money Laundering UPSC In Hindi
धन शोधन / मनी लॉन्ड्रिंग परिभाषा ( Money Laundering UPSC In Hindi )
FATF के अनुसार धन शोधन ( Money Laundering UPSC In Hindi) को परिभाषित करते हुए कहा गया है कि धन शोधन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके अंतर्गत अपराध या अवैध माध्यमों से प्राप्त प्राप्तियों को छिपाकर अवैध व्यापार लेनदेन के माध्यम से मूल्यांतरण करके उनके अवैध स्रोतों को वैध करने का प्रयास किया जाता है।
- अन्य परिभाषा –
धन शोधन अपराधिक गतिविधियों से प्राप्त अवैध प्राप्तियों को छुपाने की प्रक्रिया है। तथा अवैध माध्यमो से प्राप्त प्राप्तियों को वैध माध्यमो से प्राप्त प्राप्तियों में बदला जाता हैं। - धन शोधन एक आर्थिक अपराध है जिसमें अवैध स्रोतों से प्राप्त आय को एक चरणबद्ध प्रक्रिया के माध्यम से वैध धन में बदला जाता है और देश की मुख्य अर्थव्यवस्था में शामिल करवा दिया जाता है।
बेसल एंटी मनी लांड्रिंग सूचकांक 2020 में भारत को 141 में से 70 वा स्थान प्राप्त हुआ।
धन शोधन में 3 चरणों के माध्यम से अवैध प्राप्तियों को वैध प्राप्त में बदला जाता है। Money Laundering UPSC In Hindi
- प्लेसमेंट –
इस चरण में अवैध धन का औपचारिक वित्तीय प्रणाली में प्रवेश कराया जाता है।
- लेयरिंग –
प्लसमेंट के माध्यम से जो धन प्रणाली में प्रवेश कराया जाता है। उसकी लेयरिंग की जाती है मतलब कि उस धन को विभिन्न लेनदेन क्रियाओं में शामिल किया जाता है । - लेयरिंग के कुछ प्रकार जो प्रचलित है-
- बार-बार चालान कराना
- चालान में कीमतों को बड़ा घटाकर दिखाना
- हवाला के माध्यम से
- शैल कंपनी
- राउंड ट्रिपिंग आदि के माध्यम से लेयरिंग का कार्य किया जाता हैं।
- एकीकरण
इस चरण में अवैध धन जो वित्तीय प्रणाली में प्रवेश कराया गया था उसका अपराध के साथ मूल जुड़ाव समाप्त कर दिया जाता है। जिससे धन को पुनः अवैध तरीके से उपयोग किया जा सके।
धन शोधन कहां पर ज्यादा प्रभावी होता है ( Money Laundering UPSC In Hindi )
–
- जिस देश में बैंकिंग प्रणाली कमजोर होती है वहां पर धन शोधन होने की ज्यादा संभावना होती है।
- जिस समाज में भ्रष्टाचार को प्रभावी रूप से स्वीकार कर लिया जाता है। भ्रष्टाचार को एक आवश्यक बुराई के रूप में न देख कर उसको समाज के एक आवश्यक अंग के रूप में स्वीकार कर लिया जाता है। वहां पर भी धन शोधन के अधिक होने की संभावना होती है।
- जहां पर याराना पूंजीवाद मौजूद होता है वहां पर भी धन शोधन अपनी जड़े जमा देता है।
- जिस देश में आर्थिक कानूनों की कमी होती है या आर्थिक कानूनों में आवश्यक प्रावधानों का अभाव होता है। वहां पर भी आसानी से धन शोधन का प्रचार प्रसार होता रहता है। Money Laundering UPSC In Hindi
धन शोधन करने के तरीके या माध्यम-
- स्मर्फिंग या स्ट्रक्चरिंग –
धन शोधन के इस तरीके में अवैध प्रणाली से प्राप्त धन को छोटी-छोटी नकद राशियों में बाँटकर अर्थव्यवस्था में उतारा जाता है। जिससे उस अवैध धन का वित्तीय प्रणाली में एकीकरण हो सके। - नगदी कारोबार
बड़े स्तर पर नकदी कारोबार के माध्यम से भी आसानी से धन शोधन किया जाता है। - व्यापार आधारित मनी लॉन्ड्रिंग
ओवर इंवोइसिंग – इस प्रक्रिया में कीमतों को बढ़ा कर दिखाया जाता हैं
अंडर इन वॉशिंग – इस प्रक्रिया में कीमतों को घटा कर दिखाया जाता हैं
हाई – मात्रा को बढ़ा कर दिखाना
लो – मात्रा को घटा कर दिखाना
फेक- इसमें प्राप्तियों की प्रकृति बदल कर धन शोधन किया जाता हैं।
मल्टीपल – इसमें लेन देन को एक से ज़्यादा बार दिखाया जाता हैं। - शैल / मोहरा कंपनी –
ऐसी कंपनियां सिर्फ कागजों में होती है जिनके माध्यमों से अवैध तरीकों से प्राप्त धन को वैध तरीकों में बदला जाता है।
इनमें सोसाइटी, ट्रस्ट बनाकर, फर्जी नाम , फर्जी पत्ते, फर्जी कार्यों के माध्यम से ऐसी कंपनियों का निर्माण किया जाता है Money Laundering UPSC In Hindi
- हवाला
हवाला कारोबार में समानांतर अर्थव्यवस्था की तरह कार्य किया जाता है। इसमें प्रचलित अर्थव्यवस्था को नकारते हुए उसके समानांतर एक दूसरी अर्थव्यवस्था खड़ी कर दी जाती है।
हवाला कारोबार में बैंकिंग प्रणाली को भी नजरअंदाज कर दिया जाता है। इस कारोबार में धन का लेनदेन बैंकिंग प्रणाली से अलग अन्य माध्यमों से किया जाता है। क्रिप्टोकरंसी के माध्यम से भी हवाला कारोबार फल-फूल रहा है। जिससे आतंकी फंडिंग में प्रयोग किया जा रहा है।
जिसका उदाहरण 2015 में पेरिस पर हुए आतंकी हमले में देखा जा सकता है। Money Laundering UPSC In Hindi
- रियल स्टेट, एनजीओ और धार्मिक ट्रस्ट को चंदा देने के माध्यम से भी धन शोधन किया जाता है।
- नगद वेतन भी मनी लॉन्ड्रिंग का एक प्रकार हैं।
- अचल संपत्ति खरीद कर भी मनी लॉन्ड्रिंग या धन शोधन किया जाता है । अवैध धन से वास्तविक मूल्य और सरकारी मूल्य के अंतर को भरने हेतु प्रयोग किया जाता है। फिर उसके बाद संपत्ति को बाजार मूल्य पर बेचकर पुनः पूंजी प्राप्त करके , उस धन को पूंजी प्राप्ति के रूप में दिखा दिया जाता है। Money Laundering UPSC In Hindi
धन शोधन के दुष्प्रभाव-
1. आर्थिक प्रभाव-
- धन शोधन के माध्यम से अतिरिक्त मुद्रा का प्रवेश हो जाता है। जिससे मुद्रास्फीति बढ़ जाती है या महंगाई बढ़ जाती है।
- जब धन शोधन किया जाता है तो सरकार को राजस्व प्राप्ति कम हो जाती है , जिससे सरकार की राजस्व क्षमता पर दुष्प्रभाव पड़ता है और वह कम हो जाती है । जिससे सरकार कल्याणकारी कार्यों में अधिक निवेश नहीं कर पाती है और जिससे समाज में ऐसा असमानता बढ़ती है।
- धन शोधन के माध्यम से विनिमय दर में भी अस्थिरता आ जाती है ।
- काले धन की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलता है।
- समानांतर अर्थव्यवस्था का निर्माण जिससे अर्थव्यवस्था संप्रभुता को खतरा उत्पन्न हो जाता है।
- संशोधन से प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को नुकसान होता है।
- संशोधन के माध्यम से राज्य की आर्थिक स्थिरता को खतरा उत्पन्न हो जाता है।
2. सामाजिक प्रभाव
- धन शोधन के माध्यम से भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलता है। जो एक सामाजिक कुसंगति है।
- धन शोधन के माध्यम से प्राप्त अतिरिक्त धन से नशाखोरी वेश्यावृत्ति जैसे अपराधों को बढ़ावा दिया जाता है।
- धन शोधन के माध्यम से समावेशी विकास नहीं हो पाता है कुछ क्षेत्रों में ही अधिक धन की प्राप्ति होने से असमानता को बढ़ावा मिलता है और यही असमानता समाज में अलगाव की भावना को जन्म देती है और जो समाज में विघटनकारी तत्वों को बढ़ावा देती है।
- धन शोधन के माध्यम से अर्थव्यवस्था को नुकसान होता है जिससे सरकार को राजस्व प्राप्ति की कमी होती है। जिससे कल्याणकारी कार्यों पर निवेश ज्यादा नहीं किया जा सकता है। और विकास बाधित होता है। जिससे भेदभाव की भावना उत्पन्न होती है और अलगाव को बढ़ावा मिलता है।
- धन संशोधन से रिश्वतखोरी का चलन ज्यादा बढ़ता है ।
- धन शोधन के माध्यम से संगठित अपराध को बढ़ावा मिलता है। तथा संगठित अपराध व संशोधन चक्र का निर्माण होता है। जिसमें संगठित अपराध धन शोधन को बढ़ावा देता है वही धन शोधन संगठित अपराध को प्रोत्साहन देता है। Money Laundering UPSC In Hindi
3. राजनीतिक प्रभाव –
- अवैध तरीकों से प्राप्त धन का प्रयोग चुनाव में अवैध फंडिंग में किया जाता हैं। जिससे राजनीति का अपराधीकरण होता है तथा राजनीति में धनबल का स्थान बढ़ता जाता है
4. राष्ट्रीय सुरक्षा को चुनौती –
- धन शोधन और आतंकवाद प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से एक दूसरे से जुड़ जाते हैं जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा उत्पन्न करते हैं money-laundering से संगठित अपराध में वृद्धि होती हैं।
- धन शोधन के तार वामपंथी उग्रवाद जैसे नक्सलवाद आदि से भी जुड़े हुए हैं जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौती पेश कर रहे हैं।
- धन शोधन दक्षिणपंथी उग्रवाद जैसे खालिस्तान आंदोलन से भी जुड़ा हुआ है और कनाडा के धन शोधन के माध्यम से वित्त पोषण किया जा रहा है
- अवैध धन का प्रयोग देश या राष्ट्र के खिलाफ प्रोपगेंडा फैलाने में किया जाता है तथा इस धन के माध्यम से स्लीपर सेल को भी खड़ा किया जाता है। जिससे आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा मिलता है।
- इस धन के माध्यम से ही राष्ट्र के खिलाफ विचारधारा का प्रचार प्रसार किया जाता है।
- धन शोधन से प्राप्त धन से अवैध हथियारों की तस्करी की जाती हैं।
- नक्सलवादियों की भर्ती आदि का कार्य किया जाता है
धन शोधन को रोकने में आने वाली चुनौतियां –
- आर्थिक कानूनों में बदलाव की कमी-
जैसे आयकर अधिनियम
बेनामी निषेध अधिनियम आदि
में बदलते धन शोधन के तरीकों को देखते हुए बदलाव की आवश्यकता है।
2. प्रशासनिक कारण
- एजेंसियों में समन्वय का अभाव और प्रवर्तनीय कानूनों का कमजोर होना।
3. धन शोधन के तरीकों में वृद्धि होना-
- तकनीकी कारण, वैश्वीकरण और निजीकरण के बाद आर्थिक अपराधों को बढ़ावा मिला है।
4. सामाजिक कारण –
- समाज में नैतिक मूल्य में एक परिवर्तन होना। समाज में भ्रष्टाचार को स्वीकार करने की आदत ने भी संशोधन को बढ़ावा दिया है। समाज में भ्रष्टाचार को स्वीकार करने की आदत होगी तो अनैतिक कार्यों को बढ़ावा मिलेगा ।
5. याराना पूंजीवाद
6. हवाला कारोबार
7. संगठित अपराध और भ्रष्टाचार के चलते अवैध धन के व्यापक स्रोत उत्पन्न हो जाते हैं।
8. अंतरराष्ट्रीय सहयोग का अभाव भी संशोधन को बढ़ाने में सहायक होता है।
9. न्यायपालिका में त्वरित सजा न मिलना । जिससे अपराधियों को प्रोत्साहन मिलता है।
धन शोधन से निपटने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर किए गए प्रयास-
धन शोधन से निपटने के प्रयासों को हम तीन स्तर में बाँट सकते हैं। जैसे कि
वैधानिक प्रयास
1. धन शोधन निवारण अधिनियम 2002
- इसमें परिभाषा का विस्तार किया गया है। तथा संपत्ति की कुर्की की अनुमति दी गई है ।
- सभी वित्तीय संस्थानों, बैंको, आरबीआई ,म्यूचल फंड , बीमा कंपनियों और वित्तीय मध्यस्थों पर लागू किया गया हैं।
- धन शोधन निवारण अधिनियम में धन शोधन को विशिष्ट अपराध मानने का प्रयास किया गया है।
- धारा 28 में अनुसूचित अपराध शब्द का प्रयोग किया गया है।
- सेक्शन 12 में वित्तीय संस्थानों से मांगे जाने पर संदेहात्मक ग्राहकों की सूचना प्रदान करना अनिवार्य बनाया गया हैं।
2. विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम 1999
3. आर्थिक अपराधी भगोड़ा अधिनियम 2018
4. विदेशी मुद्रा और संरक्षण गतिविधियों की रोकथाम अधिनियम 1974
5. आयकर अधिनियम 196
6. एनडीपीएस एक्ट 1985- नशीले पदार्थों को प्रतिबंधित करता है।
7. बेनामी लेनदेन निषेध अधिनियम 1988 – संपत्ति जब्ती का अधिकार प्रदान करता है
संस्थागत प्रयास
प्रवर्तन निदेशालय- गंभीर आर्थिक अपराधों की जांच की विशेष समिति बनाई गई है।
फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट इंडिया – संदिग्ध वित्तीय लेनदेन से संबंधित जानकारी प्राप्त करने, विश्लेषण और प्रसार के लिए यह एक नोडल एजेंसी है।
एनआईए( NIA) के तहत नकली मुद्रा सेल का निर्माण किया गया है
कार्यकारी प्रयास
- बैंकों द्वारा आवश्यक केवाईसी प्रणाली को अपनाया गया है।
- नगदी रहित अर्थव्यवस्था ( caseless economy ) के चलन को बढ़ावा दिया जा रहा है।
- खाता आधार कार्ड से लिंक है जा रहा है ।
- शुद्ध मुद्रा अभियान चलाया जा रहा है।
धन शोधन से निपटने के लिए वैश्विक प्रयास –
- विएना कन्वेंशन 1988
ड्रग्स तस्करी से संबंधित प्राप्त धन को अपराधी घोषित करना अनिवार्य बनाता है।
बेसन समिति यह केवाईसी नियमों को लागू करने के लिए नियमों को निर्धारित करता है। - धन शोधन के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र वैश्विक कार्यक्रम 1997
- एफएटीएफ 1996
2001 में लागू किया गया धन शोधन और आतंकवाद के संबंध को रोकने हेतु सिफारिशें करता है
ऑगमेंट ग्रुप - एशिया के 50 देशों का समूह यह वित्तीय गुप्तचरीऔर आसूचना प्रणाली को मजबूत करने से संबंधित है।
इंटरनेशनल मनी लॉन्ड्रिंग इनफॉरमेशन नेटवर्क
सरकारों संगठनों को मनी लॉन्ड्रिंग के विरुद्ध सहायता प्रदान करता है।
आगे की राह
मनी लॉन्ड्रिंग से निपटने के लिए प्रौद्योगिकी का सही रूप से प्रयोग किया जा सकता है ।
बिग डाटा और कृत्रिम बुद्धिमत्ता जैसे माध्यमों से या इनकी सहायता से उन्नत एंटी मनी लांड्रिंग तंत्र का निर्माण किया जा सकता है
घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर डाटा से संबंधित साझाकरण प्रणाली को मजबूत करना होगा।
एफएटीएफ FATF द्वारा की गई अनुशंसाओं को सही से लागू करना होगा। जैसे कि लगभग 5 साल के लेनदेन का रिकॉर्ड रखना चाहिए आदि। Money Laundering UPSC In Hindi
निष्कर्ष –
धन शोधन एक वैश्विक समस्या है इससे निबटने के लिए प्रयास भी वैश्विक समन्वय के साथ ही किए जाने चाहिए आधुनिक तकनीकी के दौर में तकनीकी का उत्तम प्रयोग करके ऐसे तंत्रों का निर्माण किया जाना अति आवश्यक है जो संशोधन को रोकने में सक्षम हो।
धन शोधन को रोकने के लिए इसकी निगरानी हेतु प्रौद्योगिकी शिक्षण क्षमता निर्माण करना जागरूकता अभियानों को बढ़ाना देना, वैश्विक एजेंसियों में समन्वय बढ़ाने की आवश्यकता है। Money Laundering UPSC In Hindi
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