दिमाग़ को नुकसान देने वाली 11 आदतें | 11 bad habits that damage your brain in Hindi | 11 Brain damaging habits in Hindi
Brain damaging habits in Hindi
इंसान सभी प्राणियों में सबसे अलग अपनी चेतना की वजह से जाना जाता हैं। अपने मस्तिष्क की शक्ति के बल पर ही इंसान ने ये भौतिकवादी युग खड़ा किया हैं। इंसानी सभ्यता का कालक्रम शिकारी समाज से शुरू होकर ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था तक हुआ है। ( Brain damaging habits in Hindi )
शिकारी समाज – पशुचारण समाज – कृषि आधारित समाज – सामंतवादी समाज – औधोगिक अर्थव्यवस्था – ज्ञान आधारित व्यवस्था ।
इन सबमे सबसे मुख्य तथ्य यह है कि ये इंसान के मस्तिष्क की शक्ति ही है कि आज इंसान प्रकृति के नियमो को भी टक्कर देने का प्रयास कर रहा हैं। इसपर अलग डिबेट है कि इंसान ने प्रकृति के नियमो को बदलने के प्रयास में कितनी मुसीबत मोल ले ली है।
यहाँ चर्चा का अहम बिंदु यह बताना था कि इंसानी मस्तिष्क कितना ताकतवर हैं। इसकी सुरक्षा करना अत्यंत आवश्यक हैं। अतः यहाँ ऐसी कुछ आदतों के विषय मे बताया गया है जिससे मस्तिष्क की क्षमता को भारी नुकसान ( Brain damaging habits in Hindi ) होता हैं।
धूम्रपान ( Smoking ) :
धूम्रपान की आदत अनेक शारीरिक और मानसिक रोगों के लिए उत्तरदाई होती हैं। धूम्रपान करने से व्यक्ति की मानसिक स्थिति पर प्रत्यक्ष प्रभाव पड़ता है । इसके कारण हमारे मस्तिष्क की कार्य क्षमता पर भी नकारात्मक प्रभाव देखने को मिले हैं। ऐसे में धूम्रपान से जितना हो सके बचने का प्रयास करना चाहिए और इस आदत को पूर्णतः त्यागने हेतु धीरे-धीरे प्रयास करते रहने चाहिए।
ज्यादा मीठा खाना :
ज्यादा मीठा भी दिमाग को नुकसान देता हैं। ज्यादा मीठा खाना न केवल दिमाग़ को बल्कि अन्य शारीरिक समस्याएं भी उत्पन्न करता हैं। ज्यादा मीठा खाने से पोषक तत्वों और प्रोटीन के अवशोषण में भी बाधा उत्पन्न होती हैं।
अच्छे से नींद न लेना :
सही से नींद न लेने से भी अनेक स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न होती हैं। सही से नींद न लेने के कारण हमारे मस्तिष्क की कार्य क्षमता कम हो जाती हैं। जिसके कारण अल्जाइमर तक कि समस्या उत्पन्न हो जाती हैं। इसलिए 6 से 7 घंटे की नींद लेनी अत्यंत आवश्यक हैं। अगर नींद लेने में कोई समस्या उत्पन्न होती है। तो धूम्रपान शराब, कैफ़ीन और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स का प्रयोग कम करना चाहिए और बिस्तर पर जाने से लगभग 2 घंटे पहले फ़ोन, टीवी आदि गैजेट्स को प्रयोग नहीं करना चाहिए ।
अकेले नहीं रहना चाहिए :
अगर व्यक्ति काफी लंबे समय तक अकेला रहता है। तो उससे भी उसके दिमाग पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। अति आवश्यक है कि आदमी को खुद में सीमित होकर नहीं रहना चाहिए । कुछ ना कुछ दोस्त ऐसे होने चाहिए , जिससे आप खुलकर बात कर सकते हो। इससे भी मस्तिष्क को आराम मिलता है। जिससे उसकी कार्यक्षमता बनी रहती है। अतः खुद को सीमित करने से अच्छा है कि बाहर भी कुछ सामाजिक संबंध स्थापित किए जाएं।
ज्यादा जंक फूड खाना :
अधिक जंक फूड का सेवन करना भी हमारे मस्तिष्क को सीधे तौर पर नुकसान पहुंचाता है। अतः बर्गर, पिज़्ज़ा सॉफ्ट ड्रिंक्स को जितना हो सके कम से कम सेवन करना चाहिए। इनके स्थान पर व्यक्ति को अनाज, हरी सब्जी दालें आदि का ज्यादा से ज्यादा सेवन करना चाहिए।
हैडफ़ोन में ज्यादा तेज आवाज में संगीत सुनना :
लंबे समय तक हेडफोन में अधिक तेज आवाज में संगीत सुनने से न केवल हमारे कानों को प्रभावित करते हैं बल्कि हमारे मस्तिष्क पर भी नकारात्मक प्रभाव उत्पन्न करते हैं । अतः एक सीमित आवाज में ही हेडफोन का प्रयोग करना चाहिए और यह ध्यान रखना चाहिए कि लगातार लंबे समय तक हेडफोन का प्रयोग न किया जाए। क्योंकि ज्यादा तेज आवाज में संगीत सुनने से हमारे मस्तिष्क के टिश्यू के ऊपर प्रभाव पड़ता है।
व्यायाम न करना :
लगातार व्यायाम न करना कई तरह की मानसिक और शारीरिक समस्याओं को उत्पन्न करने वाला होता है । अतः यह आवश्यक है कि प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट व्यायाम करने चाहिए। जिससे हमारे शरीर में ब्लड का सरकुलेशन सही रहता है। जो हमारे मस्तिष्क को भी फायदा पहुंचाता है।
आवश्यकता से अधिक खाना :
ज़्यादा अधिक खाने से भी दिमाग़ की कार्य क्षमता पर प्रभाव पड़ता हैं। चाहे सही ही भोजन क्यो न हो वो भी जरूरत से ज्यादा नही लेना चाहिए। इससे दिमाग को अन्य कार्यो को करने के लिए जो कनेक्शन बनाने होते है। उनमें बाधा उत्पन्न होती हैं।
वायु प्रदुषण :
प्रदुषण के भी स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलते हैं। अनेक रिपोर्ट से भी यह इंगित किया गया है कि प्रदूषण के कारण सालभर में अनेक मौते होती है। जो एक चिंता का विषय हैं।
तनाव लेना :
तनाव से अनेक तरह की मानसिक समस्याएं उत्पन्न होती है। जिससे आगे चलकर शारीरिक समस्याएं भी बन जाती हैं। अनेक बार तो ये भी देखने को मिला है कि तनाव के कारण पेट से संबंधित समस्याएं भी उत्पन्न हो जाती हैं। यहाँ तक ज्यादा लंबे समय तक तनाव ट्यूमर का कारण भी बन जाता हैं।
नाश्ते को नजरअंदाज करना :
सुबह को शरीर को पोषक तत्वो की ज्यादा आवश्यकता होती हैं। ऐसे में लंबे समय तक नाश्ता न करना भी हमारे दिमाग़ को नुकसान देता हैं।
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