Risk लेने के 7 फायदे जाने | 7 Benefits of Taking Risks in Life in Hindi | Risk lene ke fayde
दोस्तों आपने बहुत बार अनेक लोगों से ये तो सुना ही होगा कि ज़िन्दगी में जोख़िम लेना ( 7 Benefits of Taking Risks in Life in Hindi) अत्यंत आवश्यक होता हैं परंतु सबसे पहले ये जानना भी अत्यंत आवश्यक है कि जोख़िम और पागलपन में कुछ अंतर अवश्य होता हैं।
किसी के द्वारा कोई बात कहें जाने पर तुरंत उत्तेजित होकर , या क्रोध में या किसी से प्रतिशोध लेने के लिए कुछ करने का वचन ले लेना जोख़िम नही बल्कि पागलपन होता हैं।
जब कोई व्यक्ति अपने ऊपर विश्वास करके, एक पूर्ण योजना के साथ सजगता से कुछ ऐसा करने का निर्णय लेता है कि अगर वह उस योजना में सफल हो जाए ; तो जहाँ वो आज खड़ा है तब शायद वो वहाँ से बहुत ऊपर के स्तर पर खड़ा होगा। जोख़िम लेने से प्राप्त सफलता से तात्पर्य केवल आर्थिक उन्नति से ही नहीं है इससे आर्थिक , मानसिक , सामाजिक सभी प्रकार के स्तर में परिवर्तन होता हैं।
यहाँ आपको समझना होगा कि जोख़िम लेने के लिए प्रेरणा , हौसला , सजगता , समझदारी आदि अत्यंत आवश्यक है।
रिस्क लेने के फायदे / Benefits of Taking Risks in Life in Hindi
- व्यक्तित्व विकास में सहायक
ये अनेक व्यक्तियों पर किए गए अनुसंधानों में भी सिद्ध हुआ है कि जिस व्यक्ति ने अपनी ज़िंदगी में जितने अधिक कष्ट झेले हैं, उस व्यक्ति का उतना ही उत्तम व्यक्तित्व निर्माण हुआ हैं । आमतौर पर कहा भी जाता है कि
“सोना बनने के लिए तपना पड़ता हैं “
और सूर्य की तरह चमकने से पहले सूर्य की तरह जलना भी पड़ता हैं”।
2. नयी संभावनाओं की खोज
कहा जाता है कि यदि हमारे जीवन मे कोई कठिनाई नही आ रही है तो शायद हम गलत रास्ते पर है। क्योंकि शायद हम अपने लिए नई संभावनाओं की खोज नही कर रहे है। रिस्क लेने से एक फायदा ये भी होता है कि हम नई संभावनाओं की खोज करते हैं।
जीवन में ये अत्यंत आवश्यक है कि नई संभावनाओं की खोज की जाए। क्योंकि प्रकृति ने हमे ज्यादा से ज्यादा अपनी चेतना का विकास करने के लिए बनाया हैं। और वो तभी होगा जब हम जीवन मे रिस्क लेना सीखेंगे
3 . प्रतिभा का सही प्रयोग
यदि किसी व्यक्ति में टैलेंट या प्रतिभा है परंतु वह उसके अनुरूप कार्य नहीं कर रहा है या कहे कि action नही ले रहा है तो उस प्रतिभा का कोई लाभ नही हैं। एक बार बार प्रयत्नशील व्यक्ति जिसके पास ज्यादा टैलेंट नही है वो एक निष्क्रिय प्रतिभाशाली व्यक्ति से कही ज्यादा अच्छा हैं। क्योंकि कभी कभी मेहनत टैलेंट को मात दे देती हैं। इसलिए अपनी प्रतिभा का उचित प्रयोग करने के लिए रिस्क लेते रहे
4 . अपने स्तर का मालूम पड़ता है
बहुत बार हम इस गलतफमी में रहते है कि हमे बहुत मालूम है या हम बहुत कुछ कर सकते है। और यदि हम कुछ नया नही कर रहे होते है सिर्फ अपने कम्फर्ट जोन में ही जीवन व्यतीत कर रहे होते है तो ये गलतफमी हम लंबे समय तक लेकर चल रहे होते है। इसलिए जब हम रिस्क लेते है और नई नई फील्ड में कार्य करने के लिए उतरते है तो हमारी ये गलतफमी दूर हो जाती है। जिससे हम सही में ज्ञान और अनुभव अर्जित करने में समय लगाते हैं
5 . जीवन में अनुभव में वृद्धि
व्यक्ति ज़िन्दगी में अनेक परिस्थितियों से होकर गुजरता हैं और उन अच्छी बुरी परिस्थितियों में व्यक्ति को किसी में सफलता मिलती हैं तो किसी मे असफलता परंतु प्रत्येक बार उसके व्यक्तित्व में ऐसा तत्व अवश्य सम्मिलित हो जाता हैं; जो उसके लिए जीवन में किसी न किसी मोड़ पर सहायता जरूर करता हैं ; वो होता हैं – अनुभव।
प्रत्येक परिस्तिथि में जो भी अनुभव हमे मिलते है , वो हमारे चेतन व अवचेतन मस्तिष्क में अवश्य ही संचित हो जाते हैं । जब भी कोई दुबारा ऐसी स्थिति आती हैं, जिससे हम पहले गुजर चुके है तो हमारा मस्तिष्क हमें पुराने अनुभवों से मार्गदर्शन या सलाह प्रदान करने लगता हैं। जिससे हम पहले से भी बेहतर तरीके से उस परस्थिति से निकल पाते हैं।
“स्वामी विवेकानंद जी ने भी कहा हैं कि जीवन मे प्रयास अवश्य करना चाहिए –
“सफल हुए तो नेतृत्व करोगे अगर असफल हुए तो मार्गदर्शन करोगे।”
इस प्रकार जोख़िम लेने या कुछ नया करने या जीवन मे कुछ अलग करके आगे बढ़ने से सफलता प्राप्त होगी या असफलता। परन्तु इन दोनों स्थिति में एक उपफल ( by product ) अवश्य ही प्राप्त होता है जो है- अनुभव।
6 .बहुमुखी विकास की संभानाएं अधिक
जब हम बार बार रिस्क लेते है तो हमारे जीवन में कुछ न कुछ ज्ञान और अनुभव शामिल होता है। जिससे हमारा जीवन केवल एक दिशा में चलकर बोरियत भरा नही होता है।
जब हम बार बार प्रयास करते है तो होता यह है कि हमारे जीवन में हम जो ज्ञान या अनुभव प्राप्त करते है उससे हमारा बहुमुखी विकास होता हैं।
7 . वर्तमान स्तिथि में परिवर्तन करने में सहायक
इस प्रकार जीवन में कुछ नया करने से भागने वाले या जीवन मे जोख़िम न लेने वाले अपनी परिस्तिथि में परिवर्तन तो कर ही नही पाते है साथ ही जीवन के एक नए अनुभव से भी वंचित रह जाते हैं। इसप्रकार जीवन मे जोख़िम न लेने वाले इंसान शायद एक जोख़िम ही ले रहे होते हैं; क्योंकि वो न तो अपने सामर्थ्य को सही से पहचान पाते हैं और न ही अपनी सीमाओं को समझ पाते है। जब व्यक्ति बार बार प्रायस करता हैं और अगर वो असफल भी हो रहा हैं तब भी वो हर बार अपने व्यक्तित्व में मौजूद एक कमी को दूर कर रहा होता हैं।
जिस प्रकर एक मूर्तिकार धीरे धीरे परन्तु लगातार अनावश्यक मिट्टी हटाता जाता हैं और अंत में एक सुन्दर मूर्ति बनके सामने प्रस्तुत होती हैं। उसी प्रकार व्यक्ति जोखिम रूपी औजारों से अपने व्यक्तित्व से कमजोरियों को अलग करता जाता हैं और अंत में ये देखोगें कि पहले वाले व्यक्तित्व और बाद वाले व्यक्तित्व में अनेक परिवर्तन मौजूद हैं।
परन्तु जोख़िम न लेने वाले व्यक्ति जीवन में कुछ नया या बड़ा तो कर ही नहीं पाते हैं साथ ही व्यक्तित्व निर्माण की संभावनाओं का भी अंत कर देते हैं।
जो ज़िन्दगी में जोख़िम ( RISK ) नही ले रहे ; शायद ज़िन्दगी में सबसे बड़ा जोख़िम वही ले रहे हो !!
इसका तात्पर्य यही हैं कि जो व्यक्ति जीवन में जोखिम या रिस्क नहीं ले रहे हैं। शायद वो जीवन में कुछ बड़ा करने से चूक जाए। हो सकता हैं कि उनके अंदर कोई ऐसी प्रतिभा छुपी बैठी हो जो थोड़े से प्रयास या अभ्यास से बहार आ सकती थी। परन्तु केवल वो इसी वजह से बाहर आने से रह जाए कि आपने जीवन में कभी भी अपनी स्तिथि से आगे बैठकर कुछ करने की नहीं सोची या कहे कि आपने अपनी लकीर बड़ी करने का कभी प्रयास ही नहीं किया हो। Benefits of Taking Risks in Life in Hindi
READ ALSO –
समय के महत्व पर निबंध | IMPORTANCE OF TIME ESSAY , QUOTES IN HINDI | SAMAY KA MAHATVA
चिंता नही, चिंतन करें / चिंता से मुक्ति के लिए कुछ उपाय / How to stop worrying
How to avoid procrastination in Hindi ? काम टालने की आदत कैसे छोड़े ?
सकारात्मक सोच की शक्ति | The Power Of Positive Thinking in Hindi
Read Also- How to avoid procrastination in Hindi ? काम टालने की आदत कैसे छोड़े ?
Read Also- 7 Myths about UPSC Civil Services Exam | UPSC सिविल सेवा परीक्षा से जुड़े 7 मिथक
Read Also- चिंता नही, चिंतन करें / चिंता से मुक्ति के लिए कुछ उपाय / How to stop worrying
Read Also- सकारात्मक सोच की शक्ति | The Power Of Positive Thinking in Hindi