Characteristics of Public Policy UPSC Notes In Hindi
सार्वजनिक नीति में कई प्रमुख विशेषताएं ( Characteristics of Public Policy UPSC Notes In Hindi ) होती हैं जो इसकी प्रकृति और समाज पर प्रभाव को परिभाषित करने में मदद करती हैं।
लोक नीति की मुख्या 8 विशेषताएं निम्न है- Characteristics of Public Policy
- लक्ष्य उन्मुखी
- सार्वजनिक हित
- अधिकार और वैधता
- निर्णय लेना
- नीति उपकरण
- कार्यान्वयन एवं मूल्यांकन
- गतिशील
- हितधारकों की संलग्नताएँ
1. लक्ष्य उन्मुखी ( Goal Oriented )
सार्वजनिक नीति लक्ष्य उन्मुखी होती हैं। इसका उद्देश्य सामाजिक समस्याओं का समाधान करना, सार्वजनिक कल्याण को बढ़ावा देना और किसी दिए गए संदर्भ में वांछित परिणाम प्राप्त करना है। नीतियां सकारात्मक बदलाव लाने और लक्षित समस्या या मुद्दे के समाधान के लिए बनायीं जाती हैं।
2 . सार्वजनिक हित ( Public Interest )
सार्वजनिक नीति में सार्वजनिक हित का उद्देश्य या अवधारणा निहित होती हैं। ये किसी विशिष्ट व्यक्ति के लाभ के लिए नहीं बल्कि व्यापक समाज के लाभ के लिए बनाये जाती हैं। नीतियों का उद्देश्य आम चिंताओं को दूर करना, सामाजिक कल्याण को बढ़ाना और संसाधनों और अवसरों का समान वितरण सुनिश्चित करना है। नीति किसी ऐसे मुद्दे या समस्या के जवाब या समाधान के लिए बनाई जाती है। जिस पर ध्यान देने की आवश्यकता होती है।
3 . अधिकार और वैधता
वैध सार्वजनिक संगठन या सरकारी एजेंसियाँ सार्वजनिक नीति बनाती और क्रियान्वित करती हैं। यह देश के कानूनों और संविधान के अनुसार कार्य करता है और निर्वाचित अधिकारियों या नियुक्त प्रशासकों को दिए गए जनादेश और अधिकार को दर्शाता है।
4 . निर्णय प्रक्रिया
सार्वजनिक नीति निर्णय लेने की प्रक्रिया द्वारा बनाई जाती है। इसमें सामाजिक मुद्दों को पहचानना, उन मुद्दों पर डेटा प्राप्त करना, फिर विकल्पों का चयन करना और अंत में मुद्दों को हल करने के लिए कार्रवाई का सर्वोत्तम तरीका चुनना शामिल है। नीति निर्माता सूचित निर्णय लेने के लिए साक्ष्य-आधारित अनुसंधान, विशेषज्ञ राय, हितधारक इनपुट और राजनीतिक विचारों सहित विभिन्न कारकों पर विचार करते हैं।
5 . नीति उपकरण
सार्वजनिक नीति अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कई प्रकार के उपकरणों का उपयोग करती है। ये उपकरण कानून, विनियम, कराधान, सब्सिडी, प्रोत्साहन, सूचना अभियान और संस्थागत व्यवस्थाएं हैं। नीति उपकरणों को उनकी प्रभावशीलता, व्यवहार्यता और उस विशिष्ट संदर्भ के आधार पर चुना जाता है जिससे वो प्रस्तावित लक्ष्य को प्राप्त करने में सहायक हो।
6 . कार्यान्वयन और मूल्यांकन
इसके लिए प्रभावी कार्यान्वयन और निरंतर मूल्यांकन की आवश्यकता है। नीतिगत परिणामों का आकलन करने, सुधार के क्षेत्रों की पहचान करने और भविष्य के नीतिगत निर्णयों को सूचित करने के लिए मूल्यांकन आवश्यक है।
7 . गतिशील और अनुकूलता
सार्वजनिक नीति स्थिर नहीं है, यह बदलती परिस्थितियों, सामाजिक आवश्यकताओं और उभरती चुनौतियों के जवाब में समय के साथ विकसित और अनुकूलित होता है। नीति निर्माता नए साक्ष्य, तकनीकी प्रगति और हितधारकों की प्रतिक्रिया पर विचार करने के लिए नीतियों का लगातार पुनर्मूल्यांकन करते हैं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि नीतियां प्रासंगिक और व्यावहारिक बनी रहें। नीति निर्माण एक सतत प्रक्रिया का हिस्सा है जिसकी हमेशा स्पष्ट शुरुआत या अंत नहीं होता है, क्योंकि नीतियों से किसे लाभ होगा, नीतियों की प्रभावशीलता कितनी रही हैं आदि इस बारे में निर्णयों का लगातार पुनर्मूल्यांकन, पुनरीक्षण और संशोधन किया जाता है।
8 . हितधारकों का शामिल होना या संलग्नता
सार्वजनिक नीति में नागरिकों, हित समूहों, व्यवसायों और विशेषज्ञों सहित विभिन्न हितधारकों को शामिल करना शामिल है। उनका इनपुट नीतिगत निर्णयों को आकार देने, जवाबदेही सुनिश्चित करने और नीति-निर्माण प्रक्रिया की वैधता और प्रभावशीलता को बढ़ाने में मदद करता है।
लोकतंत्र होने के नाते, भारतीय नागरिकों के पास नीति निर्माण में अप्रत्यक्ष रूप से भाग लेने का एक महत्वपूर्ण साधन है, और वह है मतदान। जब आप सत्ता में और बाहर किसी सरकार के लिए वोट करते हैं, तो आप उनकी प्रस्तावित सार्वजनिक नीतियों के पक्ष या विपक्ष में भी वोट करते हैं।
सार्वजनिक नीति की ये विशेषताएँ सामूहिक रूप से सार्वजनिक नीति की प्रकृति और प्रभावशीलता में योगदान करती हैं, जिससे सरकारों को सामाजिक चुनौतियों का समाधान करने, सार्वजनिक कल्याण को बढ़ावा देने और शासन और निर्णय लेने के लिए एक रूपरेखा तैयार करने में सक्षम बनाया जाता है।
अन्य विशेषताएं –
- नीति वह है जो सरकार किसी विशेष मुद्दे या समस्या के बारे में करना (वास्तविक) या न करना (अंतर्निहित) चुनती है। मतलब कि लोक नीति के माध्यम से समस्याओं में से तत्काल जरुरी समस्या को चुना जाता है।
- नीति अंततः सरकारों द्वारा बनाई जाती है, भले ही विचार सरकार के बाहर से आए हों या सरकार और जनता की बातचीत के माध्यम से आए हों। Characteristics of Public Policy
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