हिंदी साहित्य विगत वर्षों के प्रश्न पत्र :- भारत दुर्दशा नाटक | Hindi Literature PYQ Mains UPSC | Hindi Literature UPSC PYQ BHARAT DURDASHA NATAK
Hindi Literature Preious Year Topic Wise
1. ‘भारत दुर्दशा’ में प्रतिबिम्बित तत्कालीन भारत की परिस्थितियों और उन्हें लेकर लेखक की चिंताओं का विवेचन कीजिये। -2004
2. ‘भारत दुर्दशा’ में व्यक्त भारतीय नवजागरण की चिंता का स्वरूप स्पष्ट कीजिये। -2008
3. ‘भारत दुर्दशा’ का हिंदी नव-जागरण से क्या संबंध है? तर्कपूर्ण उत्तर 2009
4. ‘भारत दुर्दशा’ में तत्कालीन समाज का जो प्रतिबिम्बन हुआ है. वह आज कहाँ तक प्रासंगिक है? युक्तियुक्त विवेचना कीजिये। -2011
5. “भारतेन्दु के कुछ नाटकों में गदर की साहित्यिक प्रतिक्रिया प्रकट हुई है।” ‘भारत दुर्दशा’ के विशेष संदर्भ में तर्कपूर्ण उत्तर दीजिये।
-2015
6. ‘भारत दुर्दशा’ का इच्छित आदर्श क्या है? समीक्षात्मक विश्लेषण प्रस्तुत कीजिए।
-2016
7. ‘भारत दुर्दशा’ प्रायः कथाविहीन घटनाविहीन नाट्य रचना है। फिर भी इसके मंचन की सभावनाएं कम नहीं हैं। अभिनेयता की दृष्टि से विवेचन कीजिये।
-2017
8. ‘भारत दुर्दशा’ में अपने समय की विभीषिका का चित्रण हुआ है।’ स्पष्ट कीजिए। 2019
9. “भारत दुर्दशा’ नाटक में व्यंग्य को एक जबरदस्त हथियार के रूप में इस्तेमाल किया गया है।” स्पष्ट कीजिए । 2020
10. “भारत-दुर्दशा” अतीत गौरव की चमकदार स्मृति है, आँसू भरा वर्तमान है और भविष्य निर्माण की भव्य प्रेरणा है।” इस कथन की विवेचना कीजिए। 2021
11. भारत दुर्दशा’ नाटक अंग्रेजी राज्य की अप्रत्यक्ष रूप से कटु और सच्ची आलोचना है । विश्लेषण कीजिए। 2022
1. कहानी खंड
2. प्रेमचंद की सर्वश्रेष्ठ कहानियाँ
3. एक दुनिया सामानांतर
4 .उपन्यास खंड
5. गोदान
6 . दिव्या
7. महाभोज
8. मैला आँचल
9. नाटक खंड
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