हिंदी साहित्य विगत वर्षों के प्रश्न पत्र :- नाटक खंड | Hindi Literature PYQ Mains UPSC | Hindi Literature UPSC PYQ NATAK KHAND
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1. हिंदी नाटक के उद्गम और विकास पर प्रकाश डालिये। 2004
2. हिंदी रंगमंच का विकास (टिप्पणी)। -2007
3. नाटक और रंगमंच का संबंध स्पष्ट करते हुए मोहन राकेश के नाटकों की रंगमंच की दृष्टि से समीक्षा कीजिये। 2009
4. हिंदी रंगमंच का विकास (टिप्पणी) । -2010
5. नाटककार जयशंकर प्रसाद के नाटकों में गीति-योजना (टिप्पणी) । 2012
6. भारतेन्दु के ‘अँधेर नगरी’ नाटक की समकालीनता (टिप्पणी)। -2013
7. मोहन राकेश के नाट्य-शिल्प पर एक संक्षिप्त निबंध लिखिए।-2013
8 जगदीश चन्द्र माथुर का नाट्य-शिल्प (टिप्पणी)। -2014
9. ‘आधे-अधूरे’ के महत्त्व पर प्रकाश डालिये।
10. जयशंकर प्रसाद का नाट्य-शिल्प (टिप्पणी)। 2014
11. हिंदी रंगमंच की वर्तमान स्थिति पर प्रकाश डालिये। -2015
12. मोहन राकेश के नाट्यकर्म की समीक्षा कीजिए। -2016
13. हिंदी रंगमंच : दशा, दिशा, संभावना (टिप्पणी) -2017
14. मोहन राकेश के नाट्य-शिल्प की ‘आधे-अधूरे’ नाटक के आधार पर समीक्षा कीजिये। -2017
15. भारतेन्दु ने अपने नाटकों में संस्कृत की चरित्र-चित्रण पद्धति का अनुसरण किया है- सोदाहरण समझाइये (टिप्पणी) । -2018
16. जयशंकर प्रसाद के नाटकों की ऐतिहासिकता पर विचार कीजिये। -2018
17 हिन्दी क्षेत्र की लोकनाट्य पद्धतियों का परिचय देते हुए हिन्दी रंगमंच की विकास यात्रा का मूल्यांकन कीजिये। 2018
18 मोहन राकेश के ऐतिहासिक नाटकों की मंच सज्जा का विधचन कीजिये। -2018
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