जीवन में कौशल या skill क्यों जरुरी हैं ? शिक्षा व्यवस्था कौशल से रटने पर कैसे गई ? Importance of Skills in Life In Hindi
शिक्षा व्यवस्था कौशल से रटने पर कैसे गई ?
सबसे पहले देखते हैं कि हमारी शिक्षा व्यवस्था कौशल विकास से रटने की पद्धति पर कैसे आ गई?
भारत में प्राचीन काल से ही शिक्षा व्यवस्था कौशल या skill पर केंद्रित रही थी। और ये व्यवस्था लम्बे समय तक लागू भी रही। परन्तु जब अंग्रेज भारत आये तो उन्हें तो यहाँ से कच्चा माल ब्रिटेन भेजना था, जिससे फिर वहाँ उस कच्चे माल से तैयार अंतिम प्रोडक्ट विश्व के अलग अलग बाज़ारो में बिकने के लिए जा सकें। ऐसा ही उन्होंने भारत के साथ भी किया, यहाँ का कच्चा माल बाहर भेजा, वहाँ से प्रोडक्ट बना कर यहाँ लाए और भारतीय जनता को ही महंगे दाम में बेचा।
इसलिए भी उन्होंने एक रणनीति के तहत यहाँ के हस्तशिल्पकार और कारीगरों को खत्म करना शुरू कर दिया। जिससे ब्रिटेन में बने माल को भारत में आराम से बाजार मिल सकें।
और फिर अंग्रेजों को अपने काम-काज के लिए बाबू या क्लर्क चाहिए थे। जो रटी-रटाई शिक्षा व्यवस्था से निकले हो और उनके हुक्म को मानते जाए। फिर यहाँ शुरू हुआ रटने पर आधारित शिक्षा व्यवस्था का खेल । जिसमें एक कागज़ के टुकड़े के आधार पर व्यक्ति को समझदार और पढ़ा लिखा मान लिया जाता था। इससे कोई मतलब नहीं कि उसमें समझदारी कितनी हैं? क्या उसने कौशल प्राप्त किया हैं?
इस रटने कि व्यवस्था को आगे भी जारी रखा गया। जिससे तार्किकता आदि पर ज़्यादा बात न होकर बस आपने कितने नंबर प्राप्त किये वहीं आपकी बौद्धिकता का पैमाना बन गया।
जीवन में कौशल या skill क्यों जरुरी हैं ? Importance of Skills in Life In Hindi
परन्तु आज हमें समझना होगा जीवन में कौशल अत्यंत आवश्यक हैं। आपने देखा होगा जब आप किसी अच्छे बाइक या कार-मैकेनिक्स से काम कराते हो तो आप उसे हमेशा याद रखते हो और बार बार उसी के पास जाते हो। जब कोई नाई आपके मन- पसंद बाल काटता हैं तो आप दूसरों को भी उसके विषय में बताते हो।
ऐसे ही हर क्षेत्र में कौशल वाले व्यक्ति की बात सब जगह होती हैं। इसलिए कोई काम बड़ा या छोटा नहीं होता अगर आपने उस काम में अच्छा कौशल प्राप्त किया हैं तो वो आपको जीविका तो देगा ही साथ ही साथ क्षेत्र में आपका नाम भी कराएगा।
इसलिए कोई न कोई कौशल अवश्य सीखते रहें । क्योंकि कौशल पर आधारित जीविका आपको कभी भी धौका नहीं देगी और बुरी से बुरी स्तिथि में भी आपकी ढाल बनकर आपकी रक्षा करेंगी।
जहाँ आज रोजगार की मारा-मारी हैं ऐसे समय में कौशल ही आपकी जीविका का सहारा बन सकता हैं। ये मत सोचो की कौन सा काम छोटा हैं कौनसा काम बड़ा। जिस काम में मन लगे उसमें एक अच्छे स्तर का कौशल प्राप्त करों और उस काम को लगातार करते रहो।
सरकारी नौकरी बनाम कौशल आधारित नौकरी या स्व-रोजगार
आज समाज के एक बड़े वर्ग की भी सोच सरकारी नौकरी तक ही सीमित है। हाँ ये मानना होगा कि सरकारी नौकरी में कुछ सुरक्षाएं मिलती है , जिससे युवाओं का झुकाव बड़े स्तर पर अब भी सरकारी नौकरी की तरफ बना हुआ हैं। परन्तु समझना होगा की अब विश्व की अर्थव्यवस्था कौशल आधारित कामों पर ज़्यादा निर्भर कर रही है। वही बढ़ते तकनीकी दौर में आज कौशल आधारित नौकरियों की मांग बढ़ रही है।
आज कौशल आधारित नौकरी एक सरकारी नौकरी से कई गुणा ज़्यादा पैसा कमा कर दे रही हैं। परन्तु आज ये समझना होगा कि जस प्रकार से महंगाई दिन-प्रतिदिन बढ़ रही हैं। ऐसे में सही से जीवन-यापन करने के लिए एक अच्छे स्तर की आय होना बहुत जरुरी है। जो एक अच्छे कौशल से ही संभव है। और खुद के कौशल पर आधारित रोजगार को स्वरोजगार या खुद के व्यापार के तौर पर आगे तक बढ़ाया जा सकता है।
सबसे बड़ा फायदा कौशल आधारित नौकरी या स्व-रोजगार का ये है कि आप अपनी आने वाली पीढ़ी को उस कार्य में शिक्षित करके उस रोजगार या व्यापार को आगे बढ़ा सकते हो। जिससे अगल पीढ़ी को भी रोजगार ढूंढने के मकड़जाल में नहीं उलझना पड़ता है।
इसलिए प्रत्येक दिन किसी कौशल पर काम अवश्य करते रहें।
Importance of Skills in Life In Hindi
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