इब्राहिमपुर ग्राम पंचायत विकास के क्षेत्र में मॉडल गाँव । पंचायती राज व्यवस्था | Panchayati Raj System in Hindi | Panchayati Raj Model Village | Ibrahimpur Model Village Telangana
73वें संविधान संशोधन 1993 ने पंचायती राजव्यवस्था की नींव रखी थी। त्रि – स्तरीय शासन प्रणाली का उद्देश्य गांव के आर्थिक और सामाजिक विकास के माध्यम से गांव को विकास के मार्ग पर अग्रसर करके स्थानीय स्वशासन की स्थापना करना है। स्थानीय स्वशासन विकास की प्रक्रिया में लोगों की भागीदारी को सुगम बनाते हैं। स्थानीय स्वशासन की व्यवस्था संविधान के नीति निदेशक तत्व के अनुच्छेद 40 और महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज की संकल्पना के अनुरूप है। Ibrahimpur Model Village Telangana
इस व्यवस्था का अच्छे से फायदा उठाकर देश के कुछ गांव विकास की प्रक्रिया को अपनाकर विकास पथ पर अग्रसर हैं। जिन्होंने अपने राज्य में तो अपना नाम किया ही है साथ ही देश में भी विकास के क्षेत्र में एक स्थान प्राप्त किया है। वहीं कुछ गांव इस व्यवस्था का सही से उपयोग नहीं कर पाए हैं। जिसके पीछे अनेक कारण उपस्थित हैं जैसे कि भ्रष्टाचार, जागरूकता का अभाव, स्वार्थ वाद की राजनीति आदि।
इस लेख में एक ऐसे ही गांव की चर्चा की गई है। जिसने पंचायती राज व्यवस्था का सदुपयोग करके अपने गांव को विकास पथ पर आगे बढ़ाकर देश में एक नाम कमाने का काम किया है। गांव का नाम है इब्राहिमपुर तेलंगाना ( Ibrahimpur Model Village Telangana ) के जिले सिद्दीपेट जिला मुख्यालय से लगभग 25 किलोमीटर दूर यह गांव स्थित है। इस गांव की आबादी 1119 के आसपास है। इब्रामपुर गांव ने पिछले कुछ वर्षों में अपनी विकास गतिविधियों की बदौलत निर्मल पुरस्कार तथा अन्य ग्राम पंचायत पुरस्कार प्राप्त किए हैं। Panchayati Raj Model Village
कुछ साल पहले तक नहीं थी बुनियादी सुविधाएं अब है सतत विकास पथ पर अग्रसर –
अब इस गांव को कोई देखकर यह नहीं कह सकता कि यह वही गांव है। जिसमें कुछ साल पहले तक बुनियादी सुविधाएं तक उपलब्ध नहीं थी। इस गांव में कुछ सालों तक स्वास्थ्य, स्वच्छता, पेयजल, बिजली आदि क्षेत्रों में कोई ज्यादा योगदान नहीं था। परंतु आज वर्तमान में जागरूकता के साथ-साथ गांव के नागरिकों के सम्मिलित प्रयास वहीं महिला स्वयं सहायता समूह ,सक्रिय ग्राम सभाओं की बदौलत ही इब्राहिमपुर ने विकास के लक्ष्य को प्राप्त किया है। वह सतत विकास के मार्ग पर बढ़ रहा है।
इब्राहिमपुर मॉडल गांव में शिक्षा के क्षेत्र में विकास ( Ibrahimpur Model Village Telangana) –
शिक्षा के क्षेत्र में स्कूलों में मिलने वाले मिड-डे मील भोजन की उचित व्यवस्था और उचित कार्यान्वयन के कारण बच्चों का शत-प्रतिशत नामांकन प्राप्त करने में सफलता प्राप्त की है। इस ग्राम में ऑनलाइन कक्षाओं के लिए आधुनिक सुविधाएं भी उपलब्ध कराई गई है।
स्वास्थ्य क्षेत्र में –
इब्राहिमपुर गांव ( Ibrahimpur Model Village Telangana) में स्वास्थ्य क्षेत्र में शत-प्रतिशत टीकाकरण के लक्ष्य को प्राप्त कर मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को शून्य करने में सफलता प्राप्त की है। गांव ने राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत चलने वाली योजना, जननी सुरक्षा योजना से गर्भवती महिलाओं के लिए संस्थागत प्रसव की शत प्रतिशत उपलब्धता और नियमित तौर पर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध होने के कारण स्वास्थ्य क्षेत्र में भी अच्छा मुकाम हासिल किया है।
स्वच्छता (Ibrahimpur Model Village Telangana) –
स्वच्छता के क्षेत्र में भी इब्राहिमपुर गांव ने अच्छा मुकाम हासिल कर लिया हैं। गांव में जागरूकता अभियानों के दौरान घर-घर जाकर जागरूकता फैलाना, मनरेगा के उचित प्रयोग तथा अनेक योजनाओं के अभिसरण , शौचालयों के निर्माण से ग्राम पंचायत ने खुले में शौच से मुक्त लक्ष्य को प्राप्त किया है।
स्वच्छता और स्वास्थ्य का एक सीधा संबंध भी होता है। जिस कारण स्वच्छता का लक्ष्य प्राप्त करने से इस गांव में स्वास्थ्य की स्थिति में भी सुधार हुआ है। जिससे नागरिकों का स्वास्थ्य सेवाओं पर व्यय का दबाव कम हो गया है। भारतीय सरकार के स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांव ने सूखे और गीले कचरे को अलग अलग करने के लिए घर घर जाकर जागरूकता अभियान तो चलाया ही है , साथ ही कचरा संग्रहण के साथ ठोस और तरल अपशिष्ट प्रबंधन की पहल भी की गई है।
गांव में स्वच्छता के क्षेत्र में एक कदम और आगे बढ़ाते हुए प्लास्टिक मुक्त गांव बनाने के लिए एकल उपयोग प्लास्टिक पर सफलतापूर्वक प्रतिबंध लगाने का कार्य भी किया है
कचरा प्रबंधन व खाद निर्माण –
इस गांव में कचरे को खाद में तब्दील करने के लिए उचित व्यवस्था की है। जिस खाद का उपयोग खेती के लिए किया जाता है।
पशु खाद को कंपोस्ट बनाने के लिए कच्चे माल के रूप में इस्तेमाल किया गया है और यह खाद कैसे हैं खेती में प्रयुक्त किया जा सकता है या बाजार में बेचा जा रहा है जिससे जैविक खेती को तो बढ़ावा मिल ही रहा है साथ ही साथ बाजार में वर्मी कंपोस्ट खाद बेचकर कमाई के साधन भी बढ़ रहे हैं
जल प्रबंधन की व्यवस्था
इब्राहिमपुर ग्राम पंचायत ने जल प्रबंधन के लिए भी उत्तम व्यवस्था की हैं। ग्राम पंचायत में एक एनी टाइम वाटर मशीन की स्थापना की हैं। जिसमें से प्रत्येक व्यक्ति कार्ड स्वाइप करने के बाद दिन में कम से कम दो या तीन बार 20 लीटर पानी ले सकता है। मशीन में प्रयुक्त होने वाला कार्ड रिचार्ज किया जाने वाला होता है।
सौर ऊर्जा को व्यवस्था
ग्राम पंचायत में सौर ऊर्जा की व्यवस्था भी उपलब्ध है। ग्राम पंचायत 3 किलो वाट सौर ऊर्जा से संचालित है। गांव में 50 से अधिक घर अपने घरेलू उपयोग के लिए सौर ऊर्जा का प्रयोग करते हैं।
रोजगार क्षेत्र में उपलब्धि
ग्राम पंचायत में रोजगार के क्षेत्र में भी उत्तम प्रयास किए हैं । जिसमें ग्राम पंचायत ने राष्ट्रीय सतत कृषि मिशन के तहत ग्रामीणों को रियायती दरों पर 60 दुधारू पशु उपलब्ध कराये है। जिसमें ग्राम पंचायत के सहयोग से ग्रामीण दूध बेच कर अपनी जीविका चला रहे हैं। वही ग्राम पंचायत ने मजदूरी चाहने वालों के लिए भी आजीविका के साधन उपलब्ध कराने का प्रयास किया है।
ग्राम पंचायत ने अनेक केंद्रीय और राज्य योजनाओं की सहायता से पशुओं के लिए मवेशी आवाज ग्रह, वर्मीकंपोस्ट इकाई . रोजगार के उचित प्रयास, जल प्रबंधन की उचित व्यवस्था, स्वच्छता के उचित प्रयास आदि किए हैं तथा अन्य क्षेत्रों में अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में सफलता भी प्राप्त की है
इब्राहिमपुर ग्राम पंचायत में अनेक स्वयं सहायता समूह कार्यरत हैं। इब्राहिमपुर ग्राम पंचायत ने राज्य ही नहीं बल्कि देश की सभी ग्राम पंचायतों के सामने एक उदाहरण पेश किया है।
ग्राम पंचायत ने गांव में एक पार्क का भी निर्माण किया है। जिसमें जाकर व्यक्ति प्रकृति के करीब से खुद को खुद से मिलाकर अपने व्यक्तित्व में सहजता और सरलता की उपलब्धता पाता हैं। वही यह बच्चों के व्यक्तित्व विकास में भी सहायक हैं।
ग्राम सभा के नियमित संचालन से लोकतंत्र में भागीदारी –
स्थानीय स्वशासन के तहत पंचायती राज व्यवस्था में ग्राम सभा की उत्तम संकल्पना की गई है। जिसमें समय-समय पर ग्राम सभा की बैठकों से ग्राम में उपलब्ध समस्याओं और उनके समाधान ढूंढने का प्रयास किया जाता है। इब्राहिमपुर ग्राम पंचायत ने इस दिशा में भी उपलब्धि प्राप्त की हैं। गांव में ग्राम सभा के नियमित संचालन के द्वारा भागीदारी शासन मॉडल का पालन किया है। जिससे स्थानीय व्यक्ति त्रिस्तरीय लोकतांत्रिक प्रक्रिया के माध्यम से लोकतंत्र में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर रहे हैं।
कानून में ग्राम सभा के साथ-साथ ग्राम समितियों की व्यवस्था भी की गई है। इब्राहिमपुर ग्राम सभा में ग्राम पंचायत समितियां स्वयं सहायता समूह और अन्य संगठनों के साथ नियमित तौर पर बैठक में परामर्श करके लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत कार्य करती हैं। जिसमें नागरिक अपनी आवश्यकताओं को और समस्याओं के समाधान के तरीकों पर उचित चर्चा करते हैं।
इस प्रकार हम देख सकते हैं कि एक दृढ़ इच्छाशक्ति , जनभागीदारी, जागरूकता तथा राज्य और केंद्रीय योजनाओं के अभिसरण के माध्यम से गांव को विकास के पथ पर अग्रसर करके ; समाज हित और देश की समृद्धि में सकारात्मक योगदान दिया जा सकता है। जिसका एक स्पष्ट उदाहरण इब्राहिमपुर ग्राम पंचायत है। देश के अन्य गांवों को भी इब्राहिमपुर ग्राम पंचायत से सीखने की जरूरत है और इब्राहिमपुर ग्राम पंचायत से कुछ सीखकर अपनी समस्याओं , चुनौतियों तथा जरूरतों के अनुसार आगे बढ़ने की आवश्यकता है।
Panchayati Raj Model Village
“अखिल भारतीय ग्राम पंचायत सदस्य संगठन” के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित द्विवेदी इतिहास जी का संबोधन।