25 FAMOUS SWAMI VIVEKANANDA QUOTES IN HINDI | स्वामी विवेकानंद के विचार
स्वामी विवेकानंद जी के विचार ( SWAMI VIVEKANANDA QUOTES)
स्वामी विवेकानंद जी के विचारों, आदर्शों, जीवन शैली द्वारा युवाओं को प्रोत्साहित कर देश के भविष्य को बेहतर बनाने के लक्ष्य को पूरा करने के लिये स्वामी विवेकानंद जी के जन्मदिवस 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस के रुप में मनाया जाता है। स्वामी विवेकानंद जी के विचार ( SWAMI VIVEKANANDA QUOTES) वर्षो से युवाओ को प्रोत्साहित करते आये है और करते रहेंगे। स्वामी विवेकानंद जी के विचारो ( SWAMI VIVEKANANDA QUOTES) में एक अदृश्य शक्ति सी मौजूद हैं जो सबको आकर्षित करती हैं। अगर कोई युवा स्वामी विवेकानंद जी के विचार ( SWAMI VIVEKANANDA QUOTES) को ग्रहण करके जीवन में बढे तो उसके जीवन की दिशा और दशा ही बदल जायेगी।
यहाँ पर स्वामी विवेकानंद जी के विचार ( SWAMI VIVEKANANDA QUOTES) प्रस्तुत किये जा रहे है –
Quote – 1 – हर काम को तीन अवस्थाओं से गुज़रना होता है – उपहास, विरोध और स्वीकृति।
Quote -२- मुझे गर्व है कि मैं एक ऐसे धर्म से हूं, जिसने दुनिया को सहनशीलता और सार्वभौमिक स्वीकृति का पाठ पढ़ाया है। हम सिर्फ सार्वभौमिक सहनशीलता में ही विश्वास नहीं रखते, बल्कि हम विश्व के सभी धर्मों को सत्य के रूप में स्वीकार करते हैं।
Quote -3- जब तक मनुष्य के जीवन में सुख – दुख नहीं आएगा तब तक मनुष्य को यह एहसास कैसे होगा कि जीवन में क्या सही है? और क्या गलत है?
Quote -4- कर्म योग का रहस्य है कि बिना किसी फल की इच्छा के कर्म करना है, यह भगवान कृष्ण द्वारा श्रीमद्भगवद्गीता में बताया गया है।
Quote -5- यदि हमें गौरव से जीने का भाव जगाना है, अपने अंतर्मन में राष्ट्रभक्ति के बीज को पल्लवित करना है तो राष्ट्रीय तिथियों का आश्रय लेना होगा।
Quote -6- हिन्दू संस्कृति आध्यात्मिकता की अमर आधारशिला पर स्थित है।
Quote -7- दुनिया में अधिकांश लोग इसलिए असफल हो जाते हैं क्योंकि विपरीत परिस्थितियां आने पर उनका साहस टूट जाता है और वह भयभीत हो जाते हैं।
Quote -8-अपनी वर्तमान अवस्था के जिम्मेदार हम ही हैं, और जो कुछ भी हम होना चाहते हैं, उसकी शक्ति भी हमीं में है। यदि हमारी वर्तमान अवस्था हमारे ही पूर्व कर्मों का फल है, तो यह निश्चित है कि जो कुछ हम भविष्य में होना चाहते हैं, वह हमारे वर्तमान कार्यों द्वारा ही निर्धारित किया जा सकता है।
Quote -9- जिसके साथ श्रेष्ठ विचार रहते हैं, वह कभी भी अकेला नहीं रह सकता।
Quote -10- कर्म योग का रहस्य है कि बिना किसी फल की इच्छा के कर्म करना है, यह भगवान कृष्ण द्वारा श्रीमद्भगवद्गीता में बताया गया है।
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Quote -11- कुछ मत पूछो, बदले में कुछ मत मांगो। जो देना है वो दो, वो तुम तक वापस आएगा। परन्तु उसके बारे में अभी मत सोचो।
Quote-12- कोई व्यक्ति कितना ही महान क्यों न हो, आँखें मूंदकर उसके पीछे न चलिए। यदि ईश्वर की ऐसी ही मंशा होती तो वह हर प्राणी को आँख, नाक, कान, मुँह, मस्तिष्क आदि क्यों देता…?
Quote -13– क्या तुम नहीं अनुभव करते कि दूसरों के ऊपर निर्भर रहना बुद्धिमानी नहीं हैं। बुद्धिमान व्यक्ति को अपने ही पैरों पर दृढतापूर्वक खड़ा होकर कार्य करना चहिए।
Quote -14- सत्य, प्राचीन अथवा आधुनिक किसी समाज का सम्मान नहीं करता। समाज को ही सत्य का सम्मान करना पड़ेगा, अन्यथा समाज का विनाश हो जाएगा। सत्य ही हमारे सारे प्राणियों और समाजों का मूल आधार है, अतः सत्य कभी भी समाज के अनुसार अपना गठन नहीं करेगा। वही समाज सब से श्रेष्ठ है, जहाँ सभी सत्यों को कार्य में परिवर्तित किया जा सकता है – यही मेरा मत है। और यदि समाज इस समय उच्चतम सत्यों को स्थान देने में समर्थ नहीं है, तो उसे इस योग्य बनाओ। और जितना शीघ्र तुम ऐसा कर सको, उतना ही अच्छा।
Quote -15- जब तक करोड़ों लोग भूखे और अज्ञानी रहेंगे, मैं उस प्रत्येक व्यक्ति को विश्वासघाती मानूंगा जो उनकी कीमत पर शिक्षित हुआ है और उनकी ओर बिल्कुल भी ध्यान नहीं देता है।
Quote -16- यदि स्वयं में विश्वास करना और अधिक विस्तार से पढाया और अभ्यास कराया गया होता, तो मुझे यकीन है कि बुराइयों और दुःख का एक बहुत बड़ा हिस्सा गायब हो गया होता।
Quote -17- प्रेम विस्तार है, स्वार्थ संकुचन है। इसलिए प्रेम जीवन का सिद्धांत है। वह जो प्रेम करता है जीता है। वह जो स्वार्थी है मर रहा है। इसलिए प्रेम के लिए प्रेम करो, क्योंकि जीने का यही एक मात्र सिद्धांत है। वैसे ही जैसे कि तुम जीने के लिए सांस लेते हो।
Quote -18- तुम्हे कोई पढ़ा नहीं सकता, कोई आध्यात्मिक नहीं बना सकता। तुमको सब कुछ खुद अंदर से सीखना है। आत्मा से अच्छा कोई शिक्षक नही है। आपकी अपनी आत्मा के अलावा कोई दूसरा आध्यात्मिक गुरु नहीं है।
Quote -19- पीड़ितों की सेवा के लिए आवश्यकता पड़ने पर हम अपने मठ की भूमि तक भी बेच देंगे। हजारों असहाय नर नारी हमारे नेत्रों के सामने कष्ट भोगते रहें और हम मठ में रहें, यह असम्भव है। हम सन्यासी हैं,वृक्षों के नीचे निवास करेंगे और भिक्षा मांगकर जीवित रह लेंगे।
Quote -20- शिक्षा क्या है ? क्या वह पुस्तक-विद्या है ? नहीं। क्या वह नाना प्रकार का ज्ञान है ? नहीं, यह भी नहीं। जिस संयम के द्वारा इच्छाशक्ति का प्रवाह और विकास वश में लाया जाता है और वह फलदायक होता है, वह शिक्षा कहलाती है।
Quote -21- हम वो हैं जो हमें हमारी सोच ने बनाया है, इसलिए इस बात का ध्यान रखिये कि आप क्या सोचते हैं। शब्द गौण हैं, विचार रहते हैं, वे दूर तक यात्रा करते हैं।
Quote -22– वह नास्तिक है, जो अपने आप में विश्वास नहीं रखता
Quote -23- संभव की सीमा जानने का एक ही तरीका है, असंभव से भी आगे निकल जाना।
Quote -24- जो अग्नि हमें गर्मी देती है, हमें नष्ट भी कर सकती है। यह अग्नि का दोष नहीं है।
Quote -25- अनुभव ही आपका सर्वोत्तम शिक्षक है। जब तक जीवन है सीखते रहो।
सभी युवा अपने दोस्तों को भी स्वामी विवेकानंद जी के विचार पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करें –
सभी युवाओ से “HKT BHARAT” का यही कहना हैं कि स्वामी विवेकानंद जी के विचार ( SWAMI VIVEKANANDA QUOTES) जी के विचारों को जीवन में ग्रहण करे और आपके आस पास जो युवा किसी कारणवश भटक गए हैं। उन्हें भी स्वामी विवेकानंद जी के विचार ( SWAMI VIVEKANANDA QUOTES) और साहित्य पढ़ने के लिए आमंत्रित करे।
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