नैनो तरल यूरिया क्या है व इसके फ़ायदे | What is Nano Liquid Urea and its Benefits in Hindi

आज तकनीकी युग में तकनीक का प्रभाव प्रत्येक क्षेत्र में देखने को मिलता है। चाहे वह स्वास्थ्य, अंतरिक्ष, सुरक्षा, या कृषि हो प्रत्येक क्षेत्र में तकनीक ने अपना योगदान देकर मानव सभ्यता में बड़ा परिवर्तन ला दिया हैं।
भारत एक कृषि प्रधान देश हैं, देश की एक बहुत बड़ी आबादी कृषि पर निर्भर करती हैं। कृषि क्षेत्र में अनेक समस्याएं भी मौजूद हैं। जिनका समाधान करना अत्यंत आवश्यक हैं।  जिससे कृषि को घाटे के सौदे से निकाल कर मुनाफ़े का सौदा बनाया जा सके। इसी ओर एक कदम बढ़ाते हुए कृषि वैज्ञानिकों ने एक सफलता प्राप्त करते हुए । नैनो तरल यूरिया बनाया है , जिसकी चर्चा कृषि क्षेत्र में काफ़ी हो रही हैं। इस क्षेत्र में इसी से संबंधित कुछ सवालों के जवाब देने का प्रयास किया जाएगा।
नैनो तरल यूरिया क्या हैं ? What is Nano Liquid Urea ?
नैनो तरल यूरिया के फ़ायदे ? Benefits of Nano Liquid Urea

नैनो तरल यूरिया कैसे प्रयोग करे ? How to use nano urea liquid

 

यूरिया क्या है / What is Urea – 

यदि कोई व्यक्ति ग्रामीण क्षेत्र से न भी हो तब भी उसने  यूरिया के विषय में कभी न कभी सुना जरूर होगा। या नेट या कही अन्य माध्यम से देखा भी जरूर होगा । हरित क्रांति के बाद यूरिया किसानों द्वारा बड़ी मात्रा में खेती में प्रयोग किया जाता हैं। अभी कुछ समय से खबरे में  खाद की कमी की चर्चा अत्यधिक थी। इससे अंदाजा लगया जा सकता है कि यूरिया खेती में कितनी उपयोगिता रखता हैं।

यूरिया फ़सलो में नाइट्रोजन की कमी को दूर करने के लिए प्रयोग  किया जाता हैं। यूरिया सफेद दानो के रूप में एक बोरी या बैग में मिलता हैं। जिसको किसान खेत में फैलाकर प्रयोग में लेते हैं। वही अनेक रिपोर्ट ये भी अनुमान लगाती है कि इस तरह से यूरिया प्रयोग करने से एक बड़ी मात्रा में यूरिया पौधों को नही मिल पाता हैं। जो मिट्टी या पर्यावरण में चला जाता हैं।

नैनो तरल यूरिया / Nano Liquid Urea

नैनो तरल यूरिया तरल अवस्था मे एक बोतल में उपलब्ध होगा। अभी तक बोरे या बैग में दानेदार रूप में उपलब्ध होता था। इफको के अनुसार नैनो तरल यूरिया के धान, आलू, गेहूं, गन्ना और सब्जियों समेत अनेक फसलों पर बेहद अच्छे परिणाम मिले हैं।

किसने की नैनो तरल यूरिया की खोज

वैज्ञानिक डॉक्टर रमेश रालिया।

कितनी मात्रा काफ़ी

500 लीटर की शीशी एक  एकड़ खेत के लिए पर्याप्त होगी।

नैनो तरल यूरिया के फायदे / Benefits of Nano Liquid Urea

  • दानेदार यूरिया को किसान खेत में फैलाकर प्रयोग करता हैं।  जिससे आधे से भी कम मात्रा पौधों को मिल पाती थी।  परंतु नैनो तरह यूरिया में एक अच्छी खासी मात्रा पौधों को मिल पाएगी।
  • नैनो तरल यूरिया उपज बढ़ाने के एक साधन के रूप में प्रयोग किया जाएगा।  जो उपज की गुणवत्ता बढ़ाने का भी कार्य करेगा।
  •  धान गेहूं तिलहन और सब्जियां आदि जो भी फसल उगाई जाती है । नैनो तरल यूरिया के प्रयोग से उनकी क्वालिटी में बढ़ोतरी होती है।
  • सबसे बड़ी बात यह है कि नैनो तरल यूरिया के परिचालन में किसानों को जो समस्या उत्पन्न होती थी।  अब वह नहीं होगी जैसे कि किसान 20 बोरी दानेदार यूरिया का प्रयोग करता है।  तो उसको ट्रैक्टर ट्राली की आवश्यकता पड़ती थी।  परंतु वही नैनो तरल यूरिया  की  बोतल को किसान सरलता से खेत में ले जा सकता है।
  • वहीं सरकार को भी बड़ी मात्रा में यूरिया के ले जाने के लिए ज्यादा परिचालन कीमत आती थी क्योंकि इसका आवागमन ट्रेन से होता था।  अब नैनो तरल यूरिया की बोतलों को ट्रक में ले जाया जा सकता है।  जिससे परिचालन लागत कम हो जाएगी और किसानों को सस्ती खाद उपलब्ध हो सकेगी।
  • गांव कनेक्शन की एक खबर के अनुसार नैनो तरल यूरिया की विशेषताएं बताते हुए प्रोफेसर केएन तिवारी कहते हैं कि – किसान भाइयों आप नाइट्रोजन की खुराक पूरी करने के लिए मुख्य रूप से यूरिया का इस्तेमाल करते हैं।  शायद आपको यह जानकारी नहीं होगी कि जो यूरिया आप डालते हैं रबी की फसलें मुश्किल से 40 से 50 फ़ीसदी फसल उपयोग कर पाती है।  जबकि खरीफ की फसल 25 से 30 35 इस्तेमाल कर पाती है।  यानी अगर 100 किलोग्राम नाइट्रोजन देते हैं।  तो फैसले सिर्फ 25 फीसदी ले पाती है बाकी का 75  फीसदी गैस बन कर हवा में उड़ जाता है । या पानी की अधिकता होने पर वह फसलों के जड़ों के नीचे चला जाता है।  पौधे उसका उपयोग नहीं कर पाते हैं। वो आगे कहते है कि नैनो यूरिया का अविष्कार इन्हीं सब खामियों को दूर करने के लिए किया गया है।

नैनो तरल यूरिया का प्रयोग कैसे करते हैं / How to use nano liquid urea  –

नैनो तरल  यूरिया का उपयोग हम फसल की पत्तियों को छिड़काव के माध्यम से करते हैं।  छिड़काव के लिए 1 लीटर पानी में 2 से 4 मिलीलीटर  मिलाना होता हैं।  यानी जो 15 लीटर की टंकी होती है फसल की जरूरत के अनुसार 30 से 60 मिलीलीटर मिलाना होता हैं।  फसल में दो बार नैनो यूरिया का छिड़काव करना चाहिए। इसकी साइज बहुत छोटी रहती है तुझी से सीधे पत्तियों में प्रवेश हो जाता है और पौधे की जरूरत के अनुसार नाइट्रोजन को रिलीज करता है।

 

 

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